पटना में छात्रों के दो गुटों के बीच फायरिंग से हड़कंप, पुरानी रंजिश में गोलीबारी, मामला दर्ज

पटना। राजधानी पटना के बाढ़ थाना क्षेत्र में बुधवार को छात्रों के दो गुटों के बीच पुरानी रंजिश के चलते गोलीबारी की घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी। यह घटना चर्च रोड के पास हुई, जहां आपसी विवाद ने हिंसक रूप ले लिया और मामला गोलीबारी तक पहुंच गया। सूत्रों के अनुसार, दोनों गुटों के बीच पहले से ही तनाव था। बुधवार को जब वे आमने-सामने आए तो आपसी झड़प शुरू हो गई। झड़प इतनी बढ़ गई कि एक गुट के छात्रों ने दूसरे गुट पर कई राउंड फायरिंग कर दी। इस दौरान पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और लोग दहशत में अपने घरों में बंद हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल से चार खोखे बरामद किए। शुरुआती जांच में पता चला है कि सभी आरोपी नाबालिग हैं और घटना के बाद से फरार हैं। इसी रात रेलवे फाटक के पास भी उसी गुट ने एक और गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने दोनों गुटों के खिलाफ बाढ़ थाने में मामला दर्ज कर लिया है। थानाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है और जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा। इस घटना ने समाज में छात्रों के बीच बढ़ती हिंसा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। नाबालिग छात्रों का इस तरह के आपराधिक गतिविधियों में लिप्त होना बेहद चिंताजनक है। यह घटना यह भी दर्शाती है कि युवाओं के बीच आपसी विवादों को सुलझाने की बजाय हिंसा का सहारा लिया जा रहा है। इस तरह की घटनाएं न केवल छात्रों के भविष्य को खतरे में डालती हैं, बल्कि समाज में भय और असुरक्षा का माहौल भी पैदा करती हैं। स्कूल-कॉलेजों में शिक्षा और अनुशासन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि युवाओं को हिंसा से दूर रखा जा सके। बाढ़ थाना क्षेत्र में हुई इस गोलीबारी की घटना ने लोगों के बीच दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस की तत्परता से घटना पर काबू पा लिया गया है, लेकिन यह घटना समाज के लिए एक गंभीर संदेश देती है। छात्रों और उनके अभिभावकों को समझना होगा कि हिंसा किसी समस्या का समाधान नहीं है। पुलिस और प्रशासन को भी इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

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