बिहटा में शॉर्ट सर्किट से अलंकार ज्वेलर्स में भीषण आग, फायर ब्रिगेड ने पाया काबू, 20 लाख का सामान जलकर राख
पटना। बिहटा बाजार स्थित सोनार मंडी में गुरुवार की देर रात शॉर्ट सर्किट से भयानक आग लग गई। इस हादसे में अलंकार ज्वेलर्स के साथ-साथ पास की दो अन्य दुकानों को भी भारी नुकसान हुआ। घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर करीब 40 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि, इस हादसे में तीनों दुकानों का अनुमानित नुकसान लगभग 15-20 लाख रुपये का बताया जा रहा है। अलंकार ज्वेलर्स के मालिक लड्डू कुमार ने बताया कि वह रात 8 बजे दुकान बंद कर घर गए थे। रात करीब 12 बजे उन्हें फोन पर दुकान में आग लगने की सूचना मिली। जब वे मौके पर पहुंचे, तो देखा कि दुकान धू-धू कर जल रही थी। पुलिस और फायर ब्रिगेड को तुरंत सूचित किया गया। बिजली के शॉर्ट सर्किट को आग लगने का संभावित कारण बताया जा रहा है। इस आग की चपेट में पास की गणपति ज्वेलरी और एक कॉस्मेटिक की दुकान भी आ गई। इनमें से दो दुकानें पूरी तरह जलकर राख हो गईं, जबकि तीसरी दुकान को मामूली नुकसान हुआ। दुकान मालिकों के अनुसार, आग से गहने, कॉस्मेटिक सामान और अन्य कीमती वस्तुएं जल गईं। घटना के समय बाजार में दमकल की बड़ी गाड़ियों को पहुंचने में काफी दिक्कत हुई। सोनार मंडी में अतिक्रमण और संकरी सड़कों की वजह से बड़ी गाड़ियां अंदर नहीं जा सकीं। ऐसे में छोटी दमकल गाड़ियों को आग बुझाने के लिए भेजा गया। दमकल टीम ने करीब 40 मिनट की कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया। बिहटा थाना अध्यक्ष राजकुमार पांडे ने बताया कि समय रहते आग पर काबू पाकर एक बड़ी घटना को टाल दिया गया। हालांकि, इस हादसे में दो दुकानें पूरी तरह जल गईं, जबकि तीसरी दुकान को हल्का नुकसान पहुंचा। फिलहाल दुकान मालिकों की ओर से अब तक कोई लिखित शिकायत या नुकसान का सटीक आकलन प्रशासन को नहीं सौंपा गया है। आवेदन मिलने के बाद ही घटना से जुड़े तथ्यों की पुष्टि हो पाएगी। इस घटना ने बिहटा बाजार की बुनियादी समस्याओं को भी उजागर किया। बाजार में अतिक्रमण और संकरी सड़कों के कारण दमकल टीम को आग बुझाने में अतिरिक्त समय और मेहनत करनी पड़ी। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि बाजार में अतिक्रमण हटाने और बड़ी गाड़ियों की आवाजाही के लिए पर्याप्त स्थान सुनिश्चित किया जाए। फिलहाल, इस घटना में तीनों दुकानों का कुल नुकसान 15-20 लाख रुपये के आसपास बताया जा रहा है। पुलिस और प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है और आग लगने के कारणों की भी पुष्टि की जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर से बाजारों में बिजली की तारों की सुरक्षा और उचित प्रबंधन की आवश्यकता पर जोर दिया है। स्थानीय प्रशासन को ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।