February 8, 2025

पटना एम्स में नियंत्रण कक्ष से गायब तीन दण्डाधिकारियों के खिलाफ एफआईआर

फुलवारी शरीफ (अजीत)। कोविड -19 महामारी में केन्द्र सरकार की ओर से आपदा में मरीजो और तीमारदारों की परेशानियों को देखते हुए विधि व्यवस्था संधारण के लिए प्रतिनियुक्त तीन दण्डाधिकारियों के खिलाफ पटना के विशेष कार्यपालक दंडाधिकारी जिला नियंत्रण कक्ष अरुण कुमार सिंह ने फुलवारी शरीफ थानाध्यक्ष को एफआईआर करने का आदेश दिया है।

एफआईआर के संबंध में दिए गए आदेश मेंं कहा गया है कि कोरोना पॉजिटिव की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि के मद्देनजर आवश्यकता पड़ने पर एम्स प्रशासन से समन्वय स्थापित करते हुए कोविड रोगियों के समुचित चिकित्सा लाभ उपलब्ध कराने व विधि व्यवस्था संधारण के लिए एम्स पटना में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई थी। इसमें संजीत कुमार, कृषि समन्वयक, दुल्हिनबाजार , दिलीप ठाकुर , पीआरएस, फुलवारीशरीफ व शशि कुमार, पीआरएस फुलवारीशरीफ की प्रतिनियुक्ति की गई थी।

जिला प्रशासनिक अधिकारी के निरीक्षण में 30 अप्रैल को तीनों दण्डाधिकारी पटना एम्स के नियंत्रण कक्ष से गायब पाए गए थे। जिनके ऊपर कर्तव्य में लापरवाही का आरोप लगा है। इतना ही नहीं इनके अनुपस्थित पाए जाने से कोरोना संक्रमित रोगियों को दाखिला एम्स पटना में कराने में विलम्ब तो हुआ ही, साथ-साथ विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हुई ।

कोविड -19 जैसी महामारी के रोकथाम व समुचित चिकित्सा लाभ जैसे अतिसंवेदनशील कार्य से संबंधित कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतना, बिना सूचना के अनुपस्थित रहना व आदेश की अवहेलना के आरोप में इन तीनों दण्डाधिकारियों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005, ‘ द एपेडेमिक डिजिजेज एक्ट , 1897 ‘ की धाराओं व आईपीसी की धारा 188 व अन्य अपेक्षित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करने का आदेश फुलवारी शरीफ थानाध्यक्ष को दिया है। फुलवारी शरीफ थानाध्यक्ष ने बताया कि तीनों मजिस्ट्रेट के खिलाफ एफआईआर की गई है।

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