फतुहा : 3 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा में लगायी आस्था की डुबकी, स्टेट हाईवे पर दिनभर रेंगते रहे वाहन, कई लोग अपनों से बिछड़े
फतुहा। शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगायी। श्रद्धालु अहले सुबह से ही गंगा में डुबकी लगाना शुरू कर दिये थे। स्नान करने की प्रकिया दोपहर बाद तक जारी रही। श्रद्धालुओं ने नगर परिषद क्षेत्र के त्रिवेणी घाट, मस्ताना घाट, कटैया घाट व मौनिया घाट पर गंगा में डुबकी लगायी और गंगा मैया की पूजा अर्चना की। गंगा स्नान के दौरान मस्ताना घाट व कटैया घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ तो दोपहर बाद तक जुटी रही लेकिन त्रिवेणी घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह में इतनी बढ़ गयी कि लोगों को चलना तो दूर, मुड़ना भी मुश्किल हो गया। देखते ही देखते भीड़ अनियंत्रित हो गयी। इसे देख तत्काल स्थानीय प्रशासन व आसपास के ग्रामीणों ने अपनी सुझबुझ से भीड़ को नियंत्रित कर लिया।
दनियावां के तरफ से आने वाली सड़क भी महारानी चौक तक श्रद्धालुओं व उनके वाहनों से पट गयी और भयानक जाम लग गया। स्टेट हाईवे पर भी वाहन दिनों भर रेंगते रहे। पुलिस प्रशासन को जाम छुड़ाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। रेलवे स्टेशन का तो और भी बुरा हाल रहा। प्लेटफार्म संख्या छह व सात के साथ-साथ प्लेटफार्म संख्या तीन भी श्रद्धालुओं से पटी रही। ट्रेन को पास कराने की मजबुरी बनी रही। रेल प्रशासन को सबसे अधिक रेलवे ट्रैक पर श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने में मशक्कत करनी पड़ी। रेलवे गुमटी पर अर्द्धनिर्मित फूट ओवरब्रिज भीड़ के लिए परेशानी का सबब बना रहा। बीच सड़क में बन रहे फुट ओवरब्रिज से सड़क का अधिकांश भाग अतिक्रमित था। इस वजह से लोगों को बाहर निकलने में काफी परेशानी का सबब बना रहा। अनुमानित बताया जाता है कि कोरोना काल के बाद मिले छूट की वजह से करीब तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगायी है।
कई लोग अपने परिजनों से बिछड़े
शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा पर उमड़े भीड़ में कई लोग अपने परिजनों से बिछड़ गये। शाम तक परिजन तलाश करते रहे, लेकिन कोई अता पता नही चला। थक हार कर लोग थाने में अपने परिजनों के बिछडने का सूचना दी है। दुलहिन बाजार के 55 वर्षीय जानकी देवी गोविंदपुर में अपने बेटे धनंजय से बिछड़ गयी तो वहीं स्टेशन रोड से हिलसा के मनपूरवा गांव निवासी 60 वर्षीय सुशीला देवी अपने पति से बिछड़ गयी। शाम तक दोनों के परिजन सुबह से शाम तक शहर के विभिन्न स्थानों पर तलाश करते रहे लेकिन उनका कोई अता पता नहीं चला।