बंगाल के बीरभूम में कोयला खदान में बड़ा विस्फोट, 7 श्रमिकों की मौत, कई घायल
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बीरभूम में सोमवार सुबह गंगारामचक कोयला खदान में विस्फोट हो गया। इसमें कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। मरने वालों में ज्यादातर लोग आदिवासी मूल के हैं। विस्फोट के बाद कोयला खदान में और उसके आस-पास क्षत-विक्षत शव पड़े मिले। समय के साथ मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है, क्योंकि विस्फोट के दौरान खदान ढह गई। जानकारी के मुताबिक घटना जिलेटिन स्टिक में विस्फोट के कारण हुई हैं।बता दें कि गंगारामचक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड कोलियरी बीरभूम के खैरासोल ब्लॉक में लोकपुर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत बादुलिया गांव में स्थित है। दुर्गा पूजा के चलते यहां बड़े पैमाने पर कोयला खनन चल रहा था। फिलहाल मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है। यह कोयला खदान में हुए भयानक विस्फोट से पूरा इलाका दहल गया। घटना के तुरंत बाद जीएमपीएल के अधिकारी और कर्मचारी भाग गए। रिपोर्ट के मुताबिक घटना के समय कोयला खदान में बड़ी मात्रा में डेटोनेटर और जिलेटिन की छड़ें रखी गई थीं। इस बीच हादसे की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। इससे पहले जनवरी 2023 में पश्चिम बंगाल के कुल्टी में अवैध रूप से कोयला खदान खोद रहे कई लोग खदान की छत गिरने से फंस गए थे। खदान भारत कोकिंग कोल लिमिटेड की थी और फंसे हुए लोग कथित तौर पर खदान से अवैध रूप से कोयला खनन कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सोमवार सुबह गंगारामचक कोयला खदान से कोयला निकालने के लिए विस्फोट किया गया। लेकिन अंदर मजदूर क्या काम कर रहे थे, इस पर किसी का ध्यान नहीं गया और उस लापरवाही की वजह से मजदूर फंस गए। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत नाजुक बनी हुई है। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है और फंसे हुए मजदूरों को बाहर निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस हादसे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा दुख व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की है। उन्होंने अधिकारियों को घायलों के समुचित इलाज और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।