नकारा तेजस्वी को हर अच्छी चीज खटारा दिखती है : प्रभाकर मिश्र

  • बूढ़े-बुजुर्ग का मजाक उड़ाना तेजस्वी की फितरत
  • क्या अपने माता-पिता को भी खटारा बताकर कबाड़ी के हवाले करेंगे तेजस्वी

पटना। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्र ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा ‘मुसहर-भुइयां सम्मेलन’ में एनडीए सरकार को 20 साल की ‘खटारा गाड़ी’ कहे जाने पर जोरदार पलटवार करते हुए कहा कि बूढ़े -बुजुर्गों का मज़ाक़ उड़ाने का संस्कार तेजस्वी यादव को विरासत में मिला है।‌ अपने परिवार के इस संस्कार को तेजस्वी यादव कैसे भूल सकते हैं। भाजपा प्रवक्ता ने बुधवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बिहार में जो कुछ नया और भव्य दिख रहा है, वह 20 साल की एनडीए सरकार की ही देन है। 2005 के पहले का कुछ है, तो वह भयावह यादें हैं, जिसे बिहार के लोग याद करना नहीं चाहते। अपने पिता के नक्शे कदम पर चलकर तेजस्वी बिहार को एक बार फिर आतंक और भय की दुनिया में ले जाना चाहते हैं। पिछले 20 वर्षों में बिहार का हुआ कायाकल्प तेजस्वी को अच्छा नहीं लग रहा, इसलिए 20 साल के विकास को खटारा बता रहे हैं। बिहार का कोई तबका चाहे, वह अगड़ा हो, पिछड़ा हो, अति पिछड़ा हो या महादलित हो, नहीं चाहता कि बिहार में पुनः 2005 के पहले वाली स्थिति लौटे। इसलिए तेजस्वी चाहे जितना नाक रगड़ लें, बिहार की जनता उनके हाथ में राज्य की बागडोर कभी नहीं सौंपेगी। तेजस्वी यादव के बयान से साफ जाहिर होता है कि उनके अक्ल पर पर्दा पड़ गया है। एनडीए सरकार को खटारा बताने वाले तेजस्वी यादव हर अच्छी चीज को ग़लत ही कहेंगे, क्योंकि उन्हें अपने माता-पिता से यहीं शिक्षा मिली है। तेजस्वी यादव बताएं कि क्या आनेवाले दिनों में अपने माता-पिता को भी खटारा बताकर उन्हें कबाड़ी वाले के हवाले कर देंगे ?

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