मुख्यमंत्री ने बिहार लघु उद्यमी योजना का किया शुभारंभ, पोर्टल का किया लोकार्पण
- सीएम बोले- राज्य के 94 लाख गरीब परिवारों को रोजगार के मिलेंगे दो लाख रुपये
पटना। बिहार लघु उद्यमी योजना का लोकार्पण सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। इस मौके पर राज्य के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी समेत विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौंडरिक समेत पदाधिकारी भी मौजूद रहे। सीएम नीतीश ने बटन दबाकर लघु उद्यमी योजना की शुरुआत की। साथ ही बुकलेट भी लॉन्च की। जिसमें योजना से जुड़ी तमाम जानकारियों विस्तृत रूप में बताई गई हैं। बिहार लघु उद्यमी योजना के लिए आवेदन आज से शुरू हो जाएंगे। और 20 फरवरी आवेदन की आखिरी तारीख होगी। उद्योग विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन दे सकते हैं। जिसके दिशानिर्देश जारी कर दिए गए हैं। इस योजना का इसका लाभ सभी वर्ग के गरीबों को मिलेगा। राज्य में हुई जाति आधारित गणना में 94 लाख ऐसे परिवार मिले हैं, जिनकी मासिक आय छह हजार रुपये से कम है। इन्हीं परिवारों के लिए बिहार लघु उद्यमी योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत हर परिवार के एक सदस्य को दो लाख रुपये दिए जाएंगे। बिहार लघु उद्यमी योजना का लाभ उठाने के लिए लाभुक को राज्य का निवासी होना जरूरी है। साथ ही उसके परिवार की मासिक आय 6 हजार रुपये से कम हो। आधार कार्ड, राशन कार्ड आदि दस्तावेज के जरिए योग्य लाभार्थी इस योजना के लिए आवेदन कर सकेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा इस योजना का लोकार्पण होने के बाद आज से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
हमने लोगों की आर्थिक स्थिति जानने के लिए ही जाति आधारित गणना कराई
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार लघु उद्यमी योजना की शुरूआत करने के लिये आपलोगों को धन्यवाद देता हूं। हमलोगों ने जाति आधारित गणना करवाई ताकि जाति के साथ-साथ हर किसी की आर्थिक स्थिति का भी पता चल सके। सर्वेक्षण के दौरान पता चला कि 94 लाख से अधिक गरीब परिवार हैं। जिनको आर्थिक मदद की जरूरत है। हमलोग ऐसे सभी परिवार के लाभुकों को 2-2 लाख रुपया सहायता राशि देंगे ताकि वे लघु उद्यमी योजना के अंतर्गत अपना व्यवसाय शुरू कर सकें। इसकी ट्रेनिंग भी अलग से दी जाएगी। आर्थिक रूप से गरीब परिवारों को स्व-रोजगार तु आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु ‘बिहार लघु उद्यमी योजना’ लागू की गयी है। योजना के अन्तर्गत राज्य के आर्थिक रूप से गरीब सभी परिवारों को लाभान्वित किये जाने का लक्ष्य है।
इसे प्रचारित-प्रसारित करें ताकि लोग इस योजना का लाभ उठा सकें
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलाधिकारी इस कार्यक्रम से जुड़े हुये हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं कि इस योजना के अलावे अगर कोई अपना रोजगार करना चाहता है तो उनकी भी पूरी मदद करें। हम आपलोगों से अनुरोध करेंगे कि हर जाति, धर्म के लोगों के बीच इस योजना को प्रचारित-प्रसारित करें ताकि अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा सकें। इस योजना के क्रियान्वयन में जितना पैसा लगेगा सरकार खर्च करेगी। हमलोग अगले 5 वर्ष के लिये पहला टर्म शुरू कर रहे हैं। इस योजना के बेहतर ढंग से कार्यान्वयन के लिये आपलोग ठीक से कार्य करें। हम यही चाहते हैं कि सभी को मदद मिल जाए ताकि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।
तीन किस्तों में होगा भुगतान, 20 फरवरी तक करें आवेदन
कार्यक्रम में उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौन्ड्रिक ने मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ एवं प्रतीक चिह्न देकर स्वागत किया। बिहार लघु उद्यमी योजना की शुरुआत ‘हर घर उद्यमी, हर घर रोजगार, ऊँची उड़ान लिए बिहार है तैयार थीम के साथ की गई है। आर्थिक रूप से गरीब परिवारों को स्वरोजगार हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करने एवं राज्य में बेरोजगारी दर में कमी लाये जाने के उद्देश्य से बिहार लघु उद्यमी योजना लागू की गयी है। जाति आधारित गणना के दौरान 94 लाख से अधिक गरीब परिवार पाये गये। बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत ऐसे गरीब परिवार में लाभुक को 2-2 लाख रुपये की राशि दी जाएगी। आज इस योजना के लिए आवेदन के पोर्टल का लोकार्पण किया गया है। इसके लिये 61 परियोजनाओं को चिह्नित किया गया है जिसमें छोटे-छोटे उद्यम को शामिल किया गया है। यह पोर्टल आवेदकों के लिए खोल दिया गया है। 20 फरवरी तक इस योजना के लिये आवदेन किये जायेंगे। आवेदक की उम्र 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आवेदक की परिवारिक आय प्रतिमाह 6000 रूपये से कम होनी चाहिए। बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत लाभुकों को तीन किस्तों में राशि दी जायेगी।
जिला अनुश्रवण समिति का भी होगा गठन
प्रथम किस्त में परियोजना लागत की 25 प्रतिशत, द्वितीय किस्त में परियोजना लागत की 50 प्रतिशत एवं तृतीय किस्त में परियोजना लागत की 25 प्रतिशत राशि लाभुकों को दी जायेगी। योजना के कार्यान्वयन एवं अनुश्रवण हेतु राज्य अनुश्रवण समिति के गठन का प्रावधान है जबकि जिला स्तर पर योजना के अनुश्रवण हेतु जिला अनुश्रवण समिति का गठन किया जायेगा।
कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद
कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपमुख्यमंत्री सह उद्योग मंत्री सम्राट चौधरी जुड़े हुए थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौन्ड्रिक, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री सचिवालय के विशेष सचिव डॉ. चंद्रशेखर सिंह, उद्योग विभाग के निदेशक पंकज दीक्षित, हस्तकरघा, रेशम उत्पादन और हस्तशिल्प उद्योग के निदेशक विवेक रंजन मैत्रेय, निदेशक तकनीकी विकास विशाल राज सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिलाधिकारी जुड़े हुए थे।