तीन महीने में पूर्णिया से भ्रष्टाचार खत्म करूंगा, नहीं तो इस्तीफा देकर राजनीति छोड़ दूंगा : पप्पू यादव
पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार ने ताबड़तोड़ रैलियां करके ना सिर्फ चुनावी तापमान को बढ़ा दिया है बल्कि एनडीए कार्यकर्ताओं में एक नई ऊर्जा भर दिया है। मंगलवार को गया के बाद नरेंद्र मोदी ने पूर्णिया में रैली को संबोधित किया और एनडीए प्रत्याशी संतोष कुशवाहा की भारी जीत का दावा कर दिया। उसके बाद पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीयों उम्मीदवार पप्पू यादव ने बड़ा ऐलान किया है । पूर्णिया की जनता पर भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा है कि चुनाव जीतने के बाद उनका पहला काम होगा भ्रष्टाचार पर प्रहार। वही पप्पू यादव ने बुधवार को कहा है कि अगर 3 महीने के अंदर सरकारी और निजी सिस्टम से भ्रष्टाचार को खत्म नहीं कर दिया तो चौथे महीने में इस्तीफा दे दूंगा और फिर कभी राजनीति में नहीं आऊंगा। पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री की सभा के बाद उनके भाषण पर भी कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बिहार विशेष राज्य का दर्जा देने पर कोई बात क्यों नहीं करते हैं। सीमांचल में उन्होंने बहुत सारी बातें की लेकिन बाढ़ की त्रासदी से मुक्ति दिलाने पर चर्चा नहीं की। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में लगातार फैक्ट्रियां क्यों बंद हो रही हैं। इस पर किसी को ध्यान नहीं है जो उद्योग धंधे बंद हो गए उनके पुनरुद्धार पर भी कोई चर्चा नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आए, उन्होंने बड़ी-बड़ी बातें कही् लेकिन, इन जरूरी मुद्दों पर कुछ भी बोलने की जरूरत नहीं समझी. उन्होंने कहा कि पप्पू यादव पूर्णिया का बेटा है यहां के हर दर्द को समझता है। यह बेटा सीमांचल के लोगों की भलाई के लिए दिन-रात लगा रहता है। उन्होंने कहा कि अगर मौका मिला तो पूर्णिया में दुनिया का सबसे नंबर वन अस्पताल पूर्णिया में बनवाया जाएगा। सरकारी अस्पतालों में निजी नर्सिंग होम से भी बेहतर और ज्यादा सुविधाएं होंगीं। पूर्णिया में अब सड़क, बिजली, पानी जैसी बेसिक जरूरतों को लेकर कोई समस्या नहीं रहेगी। पप्पू यादव कांग्रेस के टिकट पर पूर्णिया से चुनाव लड़ने वाले थे। इसीलिए उन्होंने अपनी पार्टी समेत कांग्रेस के साथ हाथ मिला लिया। लेकिन बाद में लालू यादव की राजद ने इस सीट पर अपना दावा कर दिया। लालू प्रसाद के आदेश पर पूर्णिया का टिकट जदयू से राजद में आई बीमा भारती को दे दिया गया। उसके बाद पप्पू यादव ने मजबूरन निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर दिया।