पटना में शुरू हुआ विशेष अतिक्रमण हटाओ अभियान, 28 तक शहर के कई जगहों पर तैनात रहेगी टीम

पटना। पटना शहर में बढ़ते अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासन ने विशेष अभियान शुरू किया है। यह अभियान 5 मार्च से 28 मार्च तक चलेगा, जिसमें शहरी प्रबंधन इकाई की छह टीमें विभिन्न क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेंगी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़कों और सार्वजनिक स्थलों को अतिक्रमण मुक्त बनाना है, ताकि यातायात व्यवस्था सुचारू हो सके और शहर को स्वच्छ और व्यवस्थित बनाया जा सके। अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन ने शहर के प्रमुख क्षेत्रों को चिन्हित किया है, जहां यातायात बाधित होता है और लोग अतिक्रमण से परेशान होते हैं। जिन इलाकों में विशेष ध्यान दिया जा रहा है, वे इस प्रकार हैं नूतन राजधानी, पाटलिपुत्र, कंकड़बाग, बांकीपुर, अजीमाबाद, पटना सिटी अंचल। फुलवारीशरीफ और दानापुर निजामत। इन इलाकों में प्रशासन की टीमें लगातार निगरानी करेंगी और सड़क किनारे किए गए अवैध निर्माण, ठेले-खोमचे और अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई करेंगी।
प्रमुख सड़कों और चौराहों पर विशेष ध्यान
इस अभियान के तहत शहर की कई मुख्य सड़कों और चौराहों पर अतिक्रमण हटाया जाएगा, जिनमें शामिल हैं पटना जंक्शन, बोरिंग रोड, करगिल चौक, गांधी मैदान, पटना साहिब गुरुद्वारा बाललीला, कंगनघाट, गुरु का बाग, मोर्चा रोड, मारूफगंज मोड़, मालसलामी, दीदारगंज थाना अशोक राजपथ, नेहरू पथ, राजेंद्र नगर टर्मिनल, डाकबंगला चौराहा, राजापुल, राजाबाजार गोरिया टोली से जीपीओ, कंकड़बाग रोड, अनीसाबाद, सगुना मोड़। प्रशासन का कहना है कि इन स्थानों पर अवैध रूप से लगाई गई दुकानों, ठेलों और अन्य अतिक्रमण को हटाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।
प्रशासन की सख्ती और लोगों की प्रतिक्रिया
पटना नगर निगम और जिला प्रशासन ने साफ किया है कि अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। जो लोग सड़क किनारे अवैध निर्माण कर रहे हैं या सार्वजनिक स्थलों का दुरुपयोग कर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, स्थानीय दुकानदारों और फुटपाथ विक्रेताओं में इस अभियान को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोगों का कहना है कि प्रशासन को पहले उनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए, जबकि अन्य लोग इस अभियान का समर्थन कर रहे हैं, क्योंकि इससे यातायात और सार्वजनिक व्यवस्था बेहतर होगी।
क्या होंगे इस अभियान के फायदे
सड़कों पर से अतिक्रमण हटने से जाम की समस्या कम होगी और लोग आसानी से आवाजाही कर सकेंगे। अवैध कब्जों और ठेलों को हटाने से पटना शहर ज्यादा स्वच्छ और व्यवस्थित दिखेगा। फुटपाथ और सार्वजनिक स्थलों पर किए गए अवैध निर्माणों को हटाने से सरकारी जमीनों का सही उपयोग हो सकेगा। पटना प्रशासन का यह विशेष अतिक्रमण हटाओ अभियान शहर को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान के सफल क्रियान्वयन से न केवल यातायात व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि पटना शहर की सुंदरता भी बढ़ेगी। हालांकि, प्रशासन को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि जिन लोगों की आजीविका इससे प्रभावित हो रही है, उनके लिए उचित वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। अब देखना यह होगा कि यह अभियान कितना प्रभावी साबित होता है और शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने में कितना सफल होता है।

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