शेखपुरा में तालाब में डूबकर बुजुर्ग की दर्दनाक मौत, परिवार में पसरा मातम
शेखपुरा। बिहार के शेखपुरा जिले के चोरवर गांव में मंगलवार को 70 वर्षीय बुजुर्ग बालेश्वर यादव की तालाब में डूबने से दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया है और मृतक के परिवार में मातम छा गया है। घटना कसार थाना क्षेत्र में हुई, जहां बालेश्वर यादव सुबह शौच के लिए गांव से दूर तालाब के पास गए थे। परिजनों और ग्रामीणों ने काफी देर तक उनकी खोजबीन की और अंत में ग्रामीणों के सहयोग से उनकी लाश तालाब से निकाली गई। जैसे ही घटना की जानकारी मिली, कसार थाना अध्यक्ष संतोष कुमार की अगुवाई में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मृतक का शव कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल, शेखपुरा भेज दिया गया। पुलिस ने यह भी बताया कि घटना के संबंध में परिजनों की ओर से शिकायत मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद शेखपुरा के क्षेत्रीय विधायक विजय सम्राट भी अस्पताल पहुंचे और मृतक के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने पीड़ित परिवार को सांत्वना दी और आश्वासन दिया कि सरकारी मुआवजा दिलवाने के लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे। विजय सम्राट ने कहा कि बालेश्वर यादव का परिवार काफी गरीब है, इसलिए सरकार से उचित सहायता दिलाने का प्रयास किया जाएगा। मृतक के चचेरे भाई रविन्द्र यादव ने बताया कि बालेश्वर यादव रोजाना की तरह सुबह शौच के लिए घर से निकले थे। गांव के उत्तर दिशा में स्थित बघार की ओर जाते समय तालाब के किनारे उनका पांव फिसल गया और वे गहरे पानी में जा गिरे। बुजुर्ग होने के कारण वे बाहर नहीं निकल सके और उनकी डूबकर मौत हो गई। यह जानकारी मिलते ही उनके परिवार और ग्रामीणों के बीच हड़कंप मच गया। बालेश्वर यादव के निधन से उनके परिवार में गहरा शोक है। परिवार के सभी सदस्य इस दुखद घटना से टूट चुके हैं। ग्रामीणों के बीच भी इस घटना को लेकर गम का माहौल है, क्योंकि बालेश्वर यादव गांव के एक स्नेही और शांत स्वभाव के व्यक्ति थे। उन्हें सबने बहुत सम्मान दिया, और उनकी दुखद मृत्यु से गांव में एक खालीपन का एहसास हो रहा है। गांव के लोगों का कहना है कि बालेश्वर यादव जैसे व्यक्ति का जाना एक बड़ी क्षति है, और उनकी यादें गांव के लोग हमेशा संजोकर रखेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के तालाबों और पानी के अन्य स्त्रोतों के किनारे सुरक्षा का ध्यान रखना आवश्यक है। तालाब के किनारों पर पक्के तटबंध की कमी के कारण अक्सर हादसे होते हैं, विशेष रूप से बुजुर्गों और बच्चों के लिए यह खतरा अधिक होता है। विधायक विजय सम्राट द्वारा परिवार को मुआवजा दिलाने का आश्वासन तो दिया गया है, लेकिन ग्रामीणों को उम्मीद है कि प्रशासन इस मामले पर और भी ध्यान देगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में तालाबों के किनारे पक्के तटबंध बनाए जाएं और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाएं ताकि आगे कोई और हादसा न हो। शेखपुरा की इस घटना ने एक बार फिर से ग्रामीण इलाकों में तालाब और अन्य जल स्त्रोतों के किनारे सुरक्षा की कमी को उजागर किया है। बालेश्वर यादव की दर्दनाक मृत्यु से उनके परिवार पर संकट आ गया है, और इस समय उन्हें न केवल आर्थिक बल्कि मानसिक सहारे की भी आवश्यकता है। गांव के लोगों ने प्रशासन से इस पर ध्यान देने और मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिलाने की अपील की है। यह घटना ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा उपायों की अनदेखी का एक गंभीर उदाहरण है। उम्मीद है कि सरकार और प्रशासन इस मुद्दे पर जल्द कदम उठाएंगे, ताकि ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।