मैट्रिक और इंटर परीक्षा का डमी एडमिट कार्ड जारी, 5 दिसंबर तक अभ्यर्थी गलतियों में करें सुधार
पटना। बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड ने 2025 में आयोजित होने वाली मैट्रिक (10वीं) और इंटरमीडिएट (12वीं) परीक्षाओं के लिए डमी एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। यह कदम विद्यार्थियों को उनकी परीक्षा से संबंधित सभी जानकारी सही और सटीक सुनिश्चित करने का अवसर प्रदान करने के लिए उठाया गया है। डमी एडमिट कार्ड में छात्रों की बुनियादी जानकारी जैसे नाम, रोल नंबर, जन्मतिथि, परीक्षा केंद्र, विषय और अन्य विवरण शामिल होते हैं। डमी एडमिट कार्ड एक प्रारंभिक प्रवेश पत्र होता है, जिसका उद्देश्य छात्रों और स्कूल प्रशासन को उनकी विवरण जांचने का अवसर प्रदान करना है। यदि इसमें कोई गलती होती है, तो इसे सही किया जा सकता है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि अंतिम परीक्षा के एडमिट कार्ड में किसी भी प्रकार की त्रुटि न हो और छात्र बिना किसी रुकावट के परीक्षा में सम्मिलित हो सकें। आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले, छात्रों और स्कूलों को बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। स्कूल प्रशासन अपने यूजर आईडी और पासवर्ड का उपयोग करके पोर्टल पर लॉगिन कर सकते हैं। लॉगिन करने के बाद, सभी छात्रों के डमी एडमिट कार्ड पोर्टल पर उपलब्ध होंगे। स्कूल और छात्र कार्ड पर दर्ज जानकारी जैसे नाम, माता-पिता का नाम, विषय, फोटो आदि को ध्यानपूर्वक जांचें। यदि किसी प्रकार की गलती मिलती है, तो इसे 5 दिसंबर, 2024 तक ऑनलाइन सुधार सकते हैं। डमी एडमिट कार्ड में पाई गई गलतियों को सुधारने के लिए छात्रों को अपने स्कूल प्रशासन के माध्यम से कार्य करना होगा। स्कूल संबंधित जानकारी को ऑनलाइन पोर्टल पर अपडेट करेगा और सुधार के लिए आवेदन करेगा। बिहार बोर्ड ने 2025 की मैट्रिक और इंटर परीक्षा की संभावित तिथि फरवरी 2025 बताई है। हालांकि, परीक्षा का विस्तृत डेटशीट जल्द ही बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया जाएगा। छात्र और स्कूल प्रशासन को नियमित रूप से वेबसाइट पर अपडेट्स चेक करते रहने की सलाह दी जाती है। जानकारी ध्यान से जांचें: डमी एडमिट कार्ड में दी गई जानकारी जैसे नाम, जन्मतिथि, फोटो और विषयों की जांच करें। किसी भी प्रकार की गलती को सुधारने की अंतिम तिथि 5 दिसंबर, 2024 है। इसलिए समय रहते सुधार कर लें। बोर्ड से संबंधित सभी जानकारी और अपडेट्स के लिए नियमित रूप से वेबसाइट विजिट करें। डमी एडमिट कार्ड का सही समय पर उपयोग और त्रुटियों का सुधार परीक्षा प्रक्रिया को सुचारू और त्रुटिरहित बनाता है। यह बिहार बोर्ड का एक सराहनीय कदम है, जो छात्रों की परीक्षा में किसी भी प्रकार की असुविधा को कम करने की दिशा में उठाया गया है।