February 5, 2025

पटना में कर्ज और घरेलू विवाद से परेशान होकर डॉक्टर के ड्राइवर ने की आत्महत्या, लगाई फांसी

पटना। फुलवारीशरीफ स्थित सोफिया नर्सिंग होम में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां डॉक्टर के ड्राइवर ने आत्महत्या कर ली। यह घटना मानसिक तनाव, कर्ज और पारिवारिक विवादों के कारण घटी, जिसने एक व्यक्ति को इतना मजबूर कर दिया कि उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। घटना के अनुसार, गया जिले के बहुआरा चौराहा, चांद चौरा के रहने वाले सुबोध कुमार पिछले दो वर्षों से डॉक्टर तनवीर होदा के यहां ड्राइवर के रूप में काम कर रहे थे। मंगलवार की रात, उन्होंने सामान्य रूप से खाना खाया और फिर अपने कमरे में चले गए। लेकिन जब बुधवार सुबह तक वे बाहर नहीं आए, तो चिंता होने पर दरवाजा खटखटाया गया। जब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो खिड़की से झांककर देखा गया, जहां उनका शव पंखे से लटका हुआ मिला। डॉक्टर तनवीर होदा के अनुसार, सुबोध पिछले कई महीनों से मानसिक तनाव में थे। वे पारिवारिक समस्याओं से जूझ रहे थे और कई लोगों से कर्ज भी ले रखा था। बढ़ते कर्ज और आर्थिक समस्याओं के कारण वे परेशान थे, और इस दबाव ने उन्हें आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही फुलवारीशरीफ थाने के सब-इंस्पेक्टर गोपाल प्रसाद मिश्र अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही, फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) की मदद से घटनास्थल की गहन जांच की जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आत्महत्या के पीछे कोई अन्य कारण तो नहीं है। पुलिस ने मृतक के परिजनों को इस घटना की सूचना दे दी है। परिजनों के बयान और अन्य साक्ष्यों के आधार पर आगे की जांच की जाएगी। आत्महत्या के पीछे का असली कारण जानने के लिए पुलिस मृतक के कॉल रिकॉर्ड, बैंक डिटेल्स और अन्य पहलुओं की भी जांच कर सकती है। यह घटना समाज में बढ़ते मानसिक तनाव और आर्थिक दबाव की ओर इशारा करती है। कर्ज का बोझ और पारिवारिक विवाद कई लोगों को इस हद तक मानसिक रूप से कमजोर कर देते हैं कि वे आत्महत्या को ही अंतिम रास्ता समझने लगते हैं। ऐसे मामलों में परिवार और समाज को जागरूक होने की जरूरत है, ताकि मानसिक तनाव से जूझ रहे लोगों को समय रहते मदद मिल सके। पटना की यह घटना न केवल दुखद है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है। मानसिक स्वास्थ्य, आर्थिक संकट और पारिवारिक विवादों को हल करने के लिए लोगों को एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए। कर्ज और तनाव से जूझ रहे लोगों को समय पर परामर्श और सहारा मिले, तो शायद इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता है।

You may have missed