February 23, 2025

बिहार में लगातार बढ़ रही गर्मी पर आपदा प्रबंधन का अलर्ट जारी, इन विभागों को मिला खास टास्क

पटना। बिहार में मार्च में ही मई की तपिश को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने जिलों को अलर्ट किया है। इसके साथ ही सभी विभागों को कहा है कि वे अपने-अपने स्तर से संभावित भीषण गर्मी और लू से निपटने की तैयारी कर लें। बता दे यह निर्देश खासकर पेयजल संकट से निपटने के लिए संबंधित विभागों को आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया है। आपदा प्रबंधन सचिव संजय कुमार अग्रवाल द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि ग्रीष्मकालीन मौसम शुरू हो चुका है। राज्य में गर्मी के मौसम में भीषण गर्मी के साथ लू चलती है। इससे जनजीवन प्रभावित होता है। विशेषकर छोटे बच्चों, गर्भवती व धात्री महिलाओं के साथ ही काम के लिए घर से बाहर जाने वाले दिहाड़ी मजदूरों को अधिक समस्या होती है।

इसके साथ साथ गर्मी के समय में राज्य में भारी पेयजल संकट देखने को मिलता है। इसलिए लू की पूर्व चेतावनी आम जनता को समाचार माध्यमों से दी जाए। लू के मौसम में लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने की सूचना दी जाए। अग्निशमन निदेशालय को कहा गया है कि गर्मी में अगलगी की घटना में वृद्धि हो सकती है, इसलिए मानक संचालन प्रणाली के अनुसार काम हो और दमकल के इंतजाम कर लिए जाएं। विभाग ने सभी डीएम से कहा है कि जिलास्तर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करें। साथ ही हीट वेब एक्शन प्लान के तहत संबंधित कार्यालय व निकायों को लू से बचाव (सनस्ट्रोक) के लिए निर्देश जारी करें। लू-जनित बीमारियों व उनकी गंभीरता से लोगों को अवगत कराएं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी स्वास्थ्य मानकों का भी ध्यान रखा जाए।

बिहार के इन विभागों को दिया गया खास निर्देश :

नगर विकास : शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक प्याऊ की व्यवस्था करने व आश्रय स्थलों में पेयजल व स्लम के लोगों के लिए आवश्यक दवाओं की उपलब्धता।

स्वास्थ्य : सभी अस्पतालों में लू से प्रभावितों के इलाज की व्यवस्था व स्वास्थ्य केंद्रों में ओआरएस पैकेट, जीवन रक्षक दवा, आइसोलेशन वार्ड व गंभीर रूप से बीमार लोगों को विशेष इंतजाम व चलंत चिकित्सा दल की व्यवस्था।

पीएचईडी : खराब चापाकलों को युद्धस्तर पर मरम्मत करने, पेयजल संकट वाले इलाकों में टैंकरों की व्यवस्था करने, भू-गर्भ जलस्तर की निगरानी करने का काम करना ।

शिक्षा विभाग : विद्यालयों को सुबह की पाली में संचालित करने लू चलने पर गर्मी की छुट्टी समय से पहले करने व स्कूलों में ओआरएस की व्यवस्था करना।

समाज कल्याण : आंगनबाड़ी केंद्रों पर पेयजल की व्यवस्था करने, नवजात शिशु, बच्चों व महिलाओं के लिए विशेष चिकित्सा व्यवस्था करना।

श्रम संसाधन: मजदूरों की कार्यवधि में बदलाव, कार्यस्थल पर पेयजल, औद्योगिक मजदूरों के बीच जागरूकता कैम्प लगाना।

परिवहन : वाहनों का परिचालन कम होगा। दिन के 11 से साढ़े तीन बजे तक वाहनों को नियंत्रित करना।

ऊर्जा : बिजली के ढीले तारों को दुरुस्त करने, निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।

सूचना एवं जनसम्पर्क : लू से बचाव के उपाय से संबंधित विज्ञापन का प्रचार-प्रसार सार्वजनिक माध्यमों से किया जाएगा

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