विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनेगी बोधगया : सुशील मोदी
पटना। उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राज्य व केंद्र सरकार बोधगया को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनाएगी। इसके साथ ही भगवान बुद्ध जिन स्थानों पर ठहरे, जिस मार्ग से यात्रा की, तपस्या की, उन स्थानों को 101.41 करोड़ की लागत से विकसित किया जाएगा। केंद्र सरकार ने भी बोधगया सहित देश के 17 पर्यटक स्थलों पर विश्वस्तरीय सुविधाएं विकसित करने की घोषणा की है। मोदी मंगोलिया की राजधानी उलानबटार में ‘बौद्ध एवं हिन्दू धर्म की पहल: वैश्विक संघर्ष का परिहार एवं पर्यावरण चेतना’ विषय पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इसके साथ ही आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व दलाई लामा की दी हुई भगवान बुद्ध की मूर्तियों के प्राण प्रतिष्ठा समारोह भी हुआ। उद्घाटन मंगोलिया के प्रधानमंत्री ने किया। उदघाटन सत्र को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और 14वें दलाई लामा ने विडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधित किया। जापान के प्रधानमंत्री का सन्देश भी पढ़कर सुनाया गया। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में उप मुख्यमंत्री श्री मोदी ने केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया। सम्मेलन को आर्ट आॅफ लिविंग के श्री-श्री रविशंकर और श्री अवधेशानन्द गिरि समेत दो दर्जन से अधिक बौद्ध देशों के प्रतिनिधियों ने संबोधित किया। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बोधगया को भारत व बौद्ध देशों के बीच की सभ्यता की कड़ी के रूप में विकसित करना चाहती है।जिसके लिये राज्य सरकार 145 करोड़ की लागत से 2,500 की क्षमता वाला आॅडिटोरियम व सांस्कृतिक परिसर बोधगया में बना रही है। यह आॅडिटोरियम बौद्ध सांस्कृतिक केंद के नाम से जाना जायेगा।