February 6, 2025

पटना में एनसीबी ने नष्ट किए 1100 किलो मादक पदार्थ, तस्करों की तलाश जारी

पटना। बिहार में नशा मुक्त समाज बनाने के उद्देश्य से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने एक बड़ी कार्रवाई की। बिहार-झारखंड जोन के जोनल डायरेक्टर अभिषेक आनंद के नेतृत्व में 1100 किलो मादक पदार्थों को नष्ट किया गया। यह कार्रवाई गृह मंत्रालय के निर्देशों के तहत की गई। मादक पदार्थों की तस्करी और उपयोग को रोकने के लिए एनसीबी लगातार अभियान चला रही है।
मादक पदार्थों का निपटान और अभियान का उद्देश्य
जोनल डायरेक्टर अभिषेक आनंद ने जानकारी दी कि नष्ट किए गए मादक पदार्थों को गृह मंत्रालय के मानकों और निर्देशों का पालन करते हुए नष्ट किया गया है। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “ड्रग्स फ्री इंडिया” अभियान को मजबूती देने के उद्देश्य से उठाया गया है। इसके साथ ही, राज्य सरकार और संबंधित विभाग इस अभियान को सफल बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
बिहार को नशा मुक्त बनाने की पहल
बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सात निश्चय योजना के तहत राज्य को नशा मुक्त बनाने का सपना देखा है। बिहार पुलिस और संबंधित विभाग मादक पदार्थों के तस्करों और उपयोगकर्ताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर रहे हैं। राज्य में शराबबंदी के बाद मादक पदार्थों के खिलाफ यह सख्त कदम बिहार को नशा मुक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो रहा है।
तस्करों पर सख्ती और समाज पर असर
एनसीबी की टीम लगातार तस्करों और मादक पदार्थों के व्यापार में लिप्त लोगों की पहचान कर रही है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य मादक पदार्थों की तस्करी को जड़ से खत्म करना और समाज, विशेष रूप से युवाओं, को इन खतरनाक पदार्थों से बचाना है। तस्करों की धरपकड़ के लिए पुलिस और अन्य एजेंसियां लगातार सक्रिय हैं।
समाज को जागरूक करने का प्रयास
इस अभियान का दूसरा महत्वपूर्ण पहलू समाज में जागरूकता फैलाना है। युवाओं को नशे के नुकसान और इसके दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। राज्य सरकार और विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा नशा मुक्ति कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
नशा मुक्त भारत का सपना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “ड्रग्स फ्री इंडिया” अभियान के तहत यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मादक पदार्थों के उपयोग पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए। बिहार-झारखंड में एनसीबी की यह कार्रवाई इस दिशा में एक बड़ा कदम है। एनसीबी द्वारा 1100 किलो मादक पदार्थों का नष्ट किया जाना समाज के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह कार्रवाई बिहार को नशा मुक्त बनाने की दिशा में एक मजबूत प्रयास है। राज्य और केंद्र सरकार के इस संयुक्त अभियान से न केवल तस्करों के खिलाफ सख्त संदेश जाएगा, बल्कि समाज, खासकर युवाओं को सुरक्षित और नशा मुक्त भविष्य प्रदान करने में मदद मिलेगी।

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