लालू के बयान पर डिप्टी सीएम का पलटवार, विजय सिन्हा बोले- वे रहे ना रहे पर फिर बनेगी एनडीए की सरकार

पटना। बिहार की राजनीति में एक बार फिर से तीखी बहस छिड़ गई है। इसकी शुरुआत राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के एक बयान से हुई, जिसमें उन्होंने कहा कि जब तक वे और उनकी पार्टी मौजूद हैं, बिहार में भाजपा की सरकार बनना संभव नहीं है। इस बयान के बाद बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा ने लालू प्रसाद यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि लालू चाहे रहें या न रहें, बिहार में एनडीए की सरकार बनना तय है। विजय कुमार सिन्हा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि लालू प्रसाद यादव का राजनीति में रहना या न रहना कोई मायने नहीं रखता, क्योंकि बिहार में एनडीए की सरकार बनने का रास्ता साफ है। उन्होंने आगे कहा कि लालू प्रसाद यादव ने बिहार और बिहारियों को बदनाम किया है। उन्होंने बिहारी शब्द को गाली बना दिया और समाज में भाई-भाई के बीच फूट डाली। सिन्हा ने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व में बिहार को पिछड़ेपन और बर्बादी की ओर धकेला गया। विजय कुमार सिन्हा ने जोर देकर कहा कि अब बिहार को ऐसे नेतृत्व की जरूरत है जो बिहारियों का मान-सम्मान बढ़ाए और सामाजिक सौहार्द को मजबूत करे। उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार बिहार के विकास और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है। सिन्हा ने यह भी कहा कि लालू प्रसाद यादव जैसे नेताओं की अब कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि उनकी नीतियों ने बिहार को पीछे धकेल दिया। इस बहस के पीछे बिहार की राजनीतिक स्थिति और आगामी चुनावों की पृष्ठभूमि है। लालू प्रसाद यादव और उनकी पार्टी राजद लंबे समय तक बिहार की राजनीति में प्रमुख भूमिका में रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में एनडीए ने बिहार में अपनी पकड़ मजबूत की है। विजय कुमार सिन्हा के बयान से साफ है कि भाजपा और एनडीए बिहार में अपनी सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त हैं। इससे पहले मीडिया से बातचीत में लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि दिल्ली चुनाव में बीजेपी की जीत का असर बिहार में नहीं पड़ेगा। बिहार में सरकार बनाने के दावे पर लालू प्रसाद यादव ने आगे कहा था कि हमलोग के रहते हुए भाजपा कैसे सरकार बना लेगी। गुरुवार की सुबह दस सर्कुलर रोड आवास के समीप मीडिया से बातचीत में लालू प्रसाद ने कहा कि सब लोग भाजपा को जान चुके हैं। इस पूरे विवाद से यह स्पष्ट है कि बिहार की राजनीति में दोनों पक्षों के बीच तीखी टकराहट जारी है। लालू प्रसाद यादव और उनकी पार्टी अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जबकि एनडीए बिहार में अपनी सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त दिख रही है। आने वाले समय में बिहार की राजनीति में यह टकराव और तीखा हो सकता है, खासकर जब चुनाव नजदीक हों।
