मुख्यमंत्री के समक्ष उद्योग विभाग, सूचना प्रावैधिकी विभाग एवं पर्यटन विभाग ने की प्रस्तुति, सीएम ने की समीक्षा
- सीएम नीतीश बोले- उद्योग के क्षेत्र में अधिक से अधिक रोजगार उत्पन्न हो हम लोग इसकी पॉलिसी बना रहे हैं
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष शनिवार को 1 अणे मार्ग स्थित ‘नेक संवाद’ में उद्योग विभाग, सूचना प्रावैधिकी विभाग तथा पर्यटन विभाग ने अपने-अपने विभागों से संबंधित प्रस्तुति दी। बैठक में उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री संदीप पौंड्रिक ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बिहार लॉजिस्टिक पॉलिसी-2023 के प्रारूप के बारे में जानकारी दी। उन्होंने इस नीति में समाहित परियोजनाएं प्रोत्साहन के लिए अनुदान आदि से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। सूचना प्रावैधिकी विभाग के सचिव श्री अभय कुमार सिंह ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बिहार आईटी नीति-2023 के प्रारुप के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही पर्यटन विभाग के सचिव के रुप में भी अभय कुमार सिंह ने बिहार पर्यटन नीति-2023 के प्रारुप के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। हमलोगों ने ऐसी पॉलिसी बनायी है कि यहां अधिक से अधिक निवेश हो सके। साथ ही यहां रोजगार के अवसर भी सृजित हों। हमलोगों का उद्देश्य है कि जो भी नीतियां बनायी जाए उससे निवेशकों को अधिक से अधिक प्रोत्साहन मिले और यहां उन्हें उद्योग-धंधे स्थापित करने में किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो। जो भी नीतियां बनायी गई हैं उसका अनुश्रवण और संचालन ठीक ढंग से करते रहें। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान भी हमलोगों ने बिहार के बाहर काम करनेवाले लोगों को यहां आकर अपना काम शुरु करने के लिए प्रोत्साहित किया। कई लोगों ने बिहार आकर अपना स्वरोजगार स्थापित किया। वहीं प्रस्तुति के दौरान मुख्यमंत्री ने कहां की हम तो शुरू से उद्योग के क्षेत्र में काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे पर्यटन और विज्ञान प्रौद्योगिकी बिहार में उद्योग का एक बड़ा क्षेत्र है उद्योग विभाग के साथ-साथ इन विभागों से भी रोजगारों का सृजन होता है इसके लिए हम लगातार प्रयासरत है। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हमने व्यापक रूप से काम किया जिसके फल स्वरुप आज राजधानी पटना समेत बिहार के कई जिलों में आईटी पार्क स्थापित करने की योजना बनाई गई है जिस पर बहुत जल्द क्रियान्वयन किया जाना है. इसके साथ-साथ हम लोग बिहार में आईटी कॉलेज की स्थापना पर भी जोर दे रहे हैं और वर्तमान समय में जो बिहार के आईआईटी कॉलेज में छात्र पढ़ रहे हैं उनके सुविधा के लिए भी हमारी सरकार ने बहुत काम किया है और आगे भी करते रहेंगे हम तो आप सभी अधिकारियों को यह कहेंगे कि अपने विभाग में मन लगाकर कम कीजिए ताकि अधिक से अधिक विभाग की उपयोगिता बनी रहे। वहीं पर्यटन विभाग के संबंध में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राजगीर नालंदा बोधगया सहित बिहार के सभी पर्यटन स्थलों को अधिक से अधिक समय देकर विकसित करने का काम तेजी से हो ताकि यहां आने वाले पर्यटकों को सभी प्रकार की सुविधा मिल सके। इसके साथ-साथ उन्होंने कहा कि हमारी योजना भविष्य में बिहार के कई पर्यटक स्थलों को हाईटेक बनाने की है जिसके लिए हम विभाग के साथ बहुत जल्द एक समीक्षा बैठक करेंगे और सभी बातों पर खुलकर विचार किया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों को कई प्रकार के निर्देश दिए और विभाग की समीक्षा की। कई जगहों पर जाकर उन कार्यों को हमने देखा है। लोगों के हित में हमलोग लगातार काम कर रहे हैं। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौंड्रिक, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, सूचना प्रावैधिकी तथा पर्यटन विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह एवं उद्योग विभाग के निदेशक पंकज दीक्षित उपस्थित थे।