ला नीना को लेकर देश में मौसम विभाग का अलर्ट, भारी बारिश से मचेगी की तबाही

नई दिल्ली। इस समय देश में गर्मी के कारण लोग भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं। हालांकि, जल्द ही मौसम में बड़ा बदलाव आने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार, ला नीना जल्द ही सक्रिय होने वाला है। अल नीनो अब समाप्त हो रहा है, जिससे सूखा और गर्मी पड़ती है। वहीं, ला नीना के सक्रिय होने से सामान्य से अधिक बारिश होती है। इस बार देश में ला नीना के कारण भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने बताया कि इस साल मानसून जून से लेकर सितंबर तक सक्रिय रहेगा। इस अवधि में ला नीना भी सक्रिय हो सकता है। भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में अल नीनो और ला नीना के कारण ही मौसम में बदलाव होता है। अल नीनो के प्रभाव से तापमान बढ़ता है, जबकि ला नीना से तापमान में कमी आती है। आईएमडी के महानिदेशक ने बताया कि किसी भी दिन केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून पहुंच सकता है। इस बार ला नीना के कारण अधिक बारिश हो सकती है। मानसून को कई अन्य कारक भी प्रभावित करते हैं, लेकिन ला नीना सबसे बड़ा कारक है। इस कारण अगस्त और सितंबर में अधिक वर्षा की संभावना है। भारतीय मानसून के लिए ला नीना को सबसे अधिक अनुकूल माना जाता है। जुलाई के महीने में ला नीना पूरी तरह से सक्रिय हो जाएगा। इसके परिणामस्वरूप दक्षिण प्रायद्वीपीय और मध्य भारत में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य बारिश होने की संभावना है। हालांकि, जून से सितंबर के बीच पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में कम बारिश हो सकती है। अधिक बारिश के कारण कई जगहों पर बादल फटने, भूस्खलन और बाढ़ की घटनाएं हो सकती हैं। मौसम विभाग ने इस बारे में अपडेट देते हुए बताया कि मानसून की शुरुआत केरल से हो सकती है और पूरे देश में इसका असर दिखाई देगा। ला नीना के कारण दक्षिण भारत, मध्य भारत और उत्तर-पश्चिम भारत में अलग-अलग प्रकार की बारिश हो सकती है। अधिक बारिश के कारण संभावित प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए लोगों को तैयार रहने की सलाह दी गई है। इस प्रकार, इस साल देश में मानसून के दौरान ला नीना के प्रभाव से भारी बारिश हो सकती है, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ और भूस्खलन जैसी घटनाएं हो सकती हैं। मौसम विभाग ने लोगों को सचेत रहने और आवश्यक तैयारियां करने की सलाह दी है।
