सोनिया और राहुल पर चार्जशीट के विरोध में पटना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबाजी

पटना। नेशनल हेराल्ड केस में राहुल और सोनिया गांधी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किए जाने के विरोध में बुधवार को पटना की सड़कों पर कांग्रेस कार्यकर्ता उतर आए। राजधानी के इनकम टैक्स चौराहा पर सैकड़ों की संख्या में जुटे कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और ईडी व सीबीआई के इस्तेमाल को राजनीति से प्रेरित बताया।
कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी
प्रदर्शन में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू, विधानमंडल दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान समेत कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। इन सभी ने मंच से सरकार की नीतियों की आलोचना की और इसे लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताया। प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने कहा कि यह सरकार आम जनता की सेवा नहीं कर रही बल्कि विपक्ष को डराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
लोकतंत्र पर संकट की बात
प्रदर्शन के दौरान नेताओं ने कहा कि जब-जब विपक्ष ने सरकार से जनता से जुड़े सवाल पूछे, तब-तब उसे दबाने की कोशिश हुई। संसद के अंदर हो या बाहर, विपक्ष की आवाज को लगातार दबाया जा रहा है। शकील अहमद खान ने कहा कि लोकतंत्र में सवाल पूछना एक अधिकार है लेकिन मौजूदा सरकार इसे सहन नहीं कर पा रही है।
तेजस्वी यादव से मुलाकात का जिक्र
प्रदर्शन के दौरान जब नेताओं से विपक्षी एकता को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि दिल्ली में राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ जो मीटिंग हुई, वह बेहद सकारात्मक रही। अल्लावरू ने बताया कि सभी दल एकजुट होकर एनडीए सरकार को हराने की तैयारी में जुट गए हैं। पटना में भी आगामी दिनों में महागठबंधन की एक बड़ी बैठक होगी जिसमें सीट बंटवारे से लेकर चुनावी रणनीति पर चर्चा होगी।
केंद्र सरकार पर आरोप
प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह केवल सत्ता को बनाए रखने में रुचि रखते हैं। देश में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और किसानों की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके बजाय विपक्ष को निशाना बनाया जा रहा है ताकि जनता का ध्यान असल मुद्दों से भटकाया जा सके।
कांग्रेस की चेतावनी
कार्यकर्ताओं और नेताओं ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस किसी भी दबाव में झुकने वाली नहीं है। चाहे ईडी हो या सीबीआई, ये हथकंडे काम नहीं आएंगे। कांग्रेस पार्टी लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए संघर्ष करती रहेगी। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ राहुल और सोनिया गांधी की नहीं, बल्कि देश के संविधान और लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई है। पटना में हुए इस विरोध प्रदर्शन से यह साफ संकेत गया है कि कांग्रेस अब खुलकर केंद्र सरकार की नीतियों और कार्रवाईयों का विरोध करेगी। वहीं, विपक्षी दलों के साथ मिलकर 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव के लिए साझा रणनीति बनाने की तैयारी भी जोरों पर है। कांग्रेस ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह न केवल एकजुट है, बल्कि अब हर मोर्चे पर मजबूती से मुकाबला करेगी।

You may have missed