भागलपुर में 17 वर्षीय युवक कैदी की मौत : जेल प्रशासन की लापरवाही से गई जान, साइबर क्राइम के तहत हुआ था गिरफ्तार
भागलपुर। बिहार के भागलपुर में जेल प्रशासन की लापरवाही से बेगूसराय का रहने वाला पंकज कुमार सिंह का एक 17 वर्षीय पुत्र रोशन कुमार की मौत हो गई है। बता दे कि यह युवक लखीसराय हसनपुर का रहने वाला था। जो पटना में रहकर अपनी पढ़ाई करता था। वही यह युवक 27 नवंबर 2022 को साइबर सेल क्राइम के तहत पुलिस की गिरफ्त में आया था और उसे बाल गृह में कैद कर रखा गया था। वही कैद युवक की बीती रात अचानक तबियत बिगड़ने लगी उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल खगड़िया ले जाया गया। लेकिन जब इसकी हालत नाजुक होने लगी तब उसे जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय मायागंज भागलपुर रेफर कर दिया। जहां इस युवक की इलाज के दौरान शुक्रवार को अहले सुबह तकरीबन 4:00 मौत हो गई। वही मृतक कैदी युवक के परिजनों का कहना है जब हम लोग खगड़िया बालगृह में अपने बेटे रोशन से 2 दिन पहले मिलने गए थे तो वह स्वस्थ था। हम लोगों की उनसे बात भी हुई है, लेकिन अचानक तबीयत बिगड़ना और इलाज के दौरान मौत हो जाना यह प्रशासन पर सवालिया निशान खड़ा करता है। बताया जा रहा है की कुछ दिन पहले लखीसराय हसनपुर का रहने वाला मृतक कैदी बाल युवक रोशन बेगूसराय तेघड़ा की रहने वाली एक लड़की से प्रेम करता था।
वह उस लड़की का फेक अकाउंट बनाकर इंस्टाग्राम पर कई मैसेज सेंड किया करता था। यह बात जब लड़की के पिता को पता चला तो उनके पिता ने अज्ञात युवक पर बेगूसराय थाना के रतनपुर ओपी में केस किया था। पुलिस जब इसकी तहकीकात में जुटी तो पता चला प्रेमी युवक रोशन पटना में रहकर पढ़ाई करता है और तभी पुलिस ने उसे पटना के लॉज से ही धर दबोचा था। जिसकी आज इलाज के दौरान मौत हो गई। लखीसराय का रहने वाला 17 वर्षीय मृतक बाल कैदी रोशन कुमार के पिता पंकज सिंह ने बताया कि प्रशासन की लापरवाही से मेरे बेटे की जान गई है जब मैं 2 दिन पहले अपने बेटे से अच्छे से बात किया तो अचानक यह कैसे मर सकता है। वहीं उन्होंने आशंका जताई है कि जेल के अंदर ही मेरे बेटे ने कोई जहरीले पदार्थ या एसिड पीकर जान दे दी। अब यह सवाल उठता है कि जेल प्रशासन कहां थी।