कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा घाटों पर स्नान पूजन को उमड़ी भीड़, पटना में आधी रात से ही घाटों पर लगी भीड़
पटना(अजीत)। राजधानी पटना के मनेर दानापुर से लेकर पटना सिटी फतुहा तक गंगा घाटों पर कार्तिक पूर्णिमा को लेकर स्नान पूजन करने श्रद्धालुओं की अपार भी उमड़ पड़ी। राजधानी पटना में मध्य रात्रि से घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। पटना नगर निगम, दानापुर नगर पालिका व मनेर नगर पंचायत ने श्रद्धालओं की सुरक्षा के लिए सभी घाटों की बैरिकेडिंग कराई थी। विभिन्न गंगा घाट पर नगर निगम कर्मी तैनात कर दिए गए हैं। शिवाघाट, पाटीपुल घाट, मीनार घाट, बंदटोली घाट, दीघा 93 घाट, दीघा 88 घाट, दीघा 83 घाट, कुर्जी घाट, कलेक्ट्रेट घाट दानापुर नारियल घाट, राजापुल, कलेक्ट्रेट, नासरीगंज, कालीघाट, कदमघाट, पटना कालेज घाट, कृष्णघाट, बालूघाट, चौधरी टोला, रानीघाट, ला कालेज घाट, गांधीघाट समेत तमाम गंगा घाटों पर स्नान करने की व्यवस्था की गई। कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए सोमवार को गंगा तटों पर आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। घाटों पर स्नान का उत्सव किसी कुंभ से कम नहीं नजर आया। कहीं समूहबद्ध महिलाओं के गंगा गीत गूंज रहे थे तो कहीं दीपदान और पूजा, अर्घ्यदान। गंगा स्नान के बाद महिलाओं ने आरती उतारी और घर, परिवार से समाज के मंगल की कामना की। पुण्य की डुबकी लगाने वालों का रेला इस कदर उमड़ा कि घाटों पर जहां तक नजर जाए, वहां तक सिर्फ स्नानार्थियों के ही सिर नजर आने लगे। सनातन संस्कृति में कार्तिक पूर्णिमा के स्नान का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा, यमुना, गोदावरी आदि पवित्र नदियों में स्नान की महत्ता पुराणों में वर्णित है। कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा में या तुलसी के समीप दीप जलाने से महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। लोगों ने गंगा स्नान के बाद जमकर खरीदारी की। मेले में सबसे अधिक मिट्टी के बर्तन, बच्चों के खिलौने और लकड़ी के सामान की बिक्री हुई है। वही इसके साथ ही लोग धार्मिक फोटो, लॉकेट भी खरीद रहे हैं। मेले में पुलिस के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। गंगा स्नान मेले में बड़ी संख्या में फोर्स लगाया गया है।