बिहार में जुलाई महीने में बनेंगे एक करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड, राज्य सरकार ने निर्धारित किया लक्ष्य

पटना। लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता को लेकर सरकार के काम धीमे पड़ गए थे। चुनाव खत्म होते ही उनमें तेजी आ गई है। बिहार में एक माह में एक करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि अगले एक माह में एक करोड़ लाभुक पात्रों का आयुष्मान कार्ड बनाना सुनिश्चित करें। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा में मंत्री ने अस्पतालों में समय पर दवा आपूर्ति का निर्देश भी दिया। सरकारी अस्पतालों में दवाओं की आपूर्ति एवं वितरण की समीक्षा के क्रम में मंत्री ने आवश्यक औषधि सूची (ईडीएल) की सभी औषधियों का दर अनुबंध 31 जुलाई तक पूरा करने के लिए कहा। आवश्यक औषधि सूची की 80 दवाओं का दर अनुबंध कई बार निविदा प्रकाशित करने के बाद भी उपलब्ध नहीं हो सका। ऐसे में आवश्यक औषधि सूची टेक्निकल कोर कमेटी को इन औषधियों के उपयोग एवं खपत आदि की समीक्षा कर इन्हें सूची में समाहित करने या विलोपित करने का निर्देश निदेशक प्रमुख (नर्सिंग) स्वास्थ्य सेवाएं को दी गई। इस पहल से राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है, जिससे मरीजों को आवश्यक दवाओं की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी। जुलाई महीने में एक करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य, सरकार के स्वास्थ्य सेवा में सुधार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मंत्री ने सभी अस्पतालों में आवश्यक औषधि सूची की सभी दवाओं की निरंतर उपलब्धता बढ़ाने और अस्पताल में आने वाले मरीजों को लिखी जाने वाली सभी दवा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य संस्थानों में दवाओं की अपूर्ति बेहतर करने के लिए नियमित अनुश्रवण किया जाता है। इस मामले में बिहार देश में तृतीय स्थान पर है। मंत्री ने राज्य स्वास्थ्य समिति के अधिकारी से कहा कि इसे पहले स्थान पर लाना है।

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