पटना में अपराधियों ने मिठाई दुकानदार को मारी गोली, दो बदमाशों को लोगों ने पकड़ा, गिरफ्तार
पटना। बिहार की राजधानी पटना के बिक्रम थाना क्षेत्र में बुधवार को अपराधियों द्वारा मिठाई दुकानदार पर गोली चलाने की घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी। यह घटना बिक्रम के असपुरालख गांव के समीप एसएच-2 पर स्थित एक मिठाई की दुकान पर हुई। दुकानदार आशीर्वाद कुमार ने बहादुरी से अपराधियों का सामना किया, जिसके बाद ग्रामीणों ने बदमाशों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। दुकानदार आशीर्वाद कुमार ने बताया कि घटना उस समय हुई जब दो अपराधी बाइक पर सवार होकर वहां पहुंचे। ये दोनों युवक मोबाइल चोरी करने की कोशिश कर रहे थे। पकड़े जाने के डर से उन्होंने पिस्तौल निकाल ली और दुकान के अंदर घुस गए। जब दुकानदार ने उनका विरोध किया, तो उनमें से एक ने गोली चला दी। गोली दुकानदार के पैर के पास से होकर निकल गई, जिससे वह आंशिक रूप से घायल हो गए। गनीमत रही कि गोली जानलेवा साबित नहीं हुई। घटना के बाद आसपास के लोग एकत्रित हो गए और बदमाशों का पीछा कर उन्हें पकड़ लिया। स्थानीय ग्रामीणों ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए दोनों अपराधियों को खदेड़कर दबोच लिया। इसके बाद उन्हें पुलिस के सुपुर्द कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने अपराधियों के पास से एक देसी कट्टा, चार जिंदा कारतूस और एक बाइक जब्त की। बिक्रम थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने बताया कि घायल दुकानदार की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। गिरफ्तार अपराधियों की पहचान बिक्रम के दिनारा गांव निवासी बिजेंद्र प्रसाद के बेटे राकेश कुमार और नौबतपुर के करंजा गांव निवासी अवधेश पासवान के बेटे गौतम कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने दोनों अपराधियों से पूछताछ शुरू कर दी है। साथ ही, उनके आपराधिक इतिहास की भी जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि वे किसी बड़े गिरोह से जुड़े हैं या यह घटना व्यक्तिगत लाभ के उद्देश्य से की गई। यह घटना पटना और आसपास के इलाकों में बढ़ते अपराध के मामलों की कड़ी में एक और जुड़ाव है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते अपराध को लेकर आम जनता में भय और आक्रोश है। इस घटना ने ग्रामीणों की जागरूकता और साहस को उजागर किया है। अपराधियों को पकड़कर पुलिस के हवाले करना इस बात का संकेत है कि लोग अब अपराधियों का विरोध करने और उन्हें कानून के हवाले करने में पीछे नहीं हट रहे। बिक्रम की यह घटना अपराधियों के बढ़ते हौसले और कानून व्यवस्था के सामने खड़ी चुनौतियों को दर्शाती है। हालांकि, ग्रामीणों और पुलिस की सक्रियता से अपराधियों को पकड़ा जा सका, जो कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के प्रयासों को बल देता है। ऐसी घटनाएं प्रशासन और समाज को मिलकर अपराध पर सख्ती से अंकुश लगाने की प्रेरणा देती हैं।