स्मार्ट मीटर के नाम पर ठगी कर रहे साइबर अपराधी: रिचार्ज के नाम पर भेज रहे फर्जी लिंक, रहे सावधान
पटना। राज्य में एक बार फिर साइबर अपराधी सक्रिय हो गए है। बिजली उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर पर रात में बिजली कटने का मैसेज भेज रहे हैं। इसको लेकर बिजली कंपनी मुख्यालय ने आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) को पत्र लिखा है। ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव सह बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के सीएमडी संजीव हंस ने कहा कि साइबर ठगों के एक बार फिर सक्रिय होने के संबंध में आर्थिक अपराध इकाई पत्र लिखा गया है। मुख्यालय के अधिकारियों के द्वारा एडीजी नैय्यर हसनैन खान को साइबर ठगों के द्वारा बिजली उपभोक्ताओं को मैसेज किए जाने वाले नंबरों की सूची उपलब्ध करायी गई है। इन नंबरों को ब्लॉक करने, साइबर ठगों के खिलाफ अभियान चला कर नकेल कसने का अनुरोध किया गया है। साइबर अपराधी बिल अपडेट, मीटर रिचार्ज, बिजली कटने के नाम पर मैसेज भेज रहे है। ये मैसेज रजिस्टर्ड नंबर के अलावे अन्य नंबरों पर भी आ रहा है। जबकि बिजली कंपनी उपभोक्ताओं के रजिस्टर्ड मोबाइल पर ही मैसेज भेजती है। सीनियर प्रोटोकॉल अधिकारी ख्वाजा जमाल ने कहा कि किसी तरह की आशंका होने पर उपभोक्ता अपने निकट के बिजली कार्यालय या बिजली कंपनी के हेल्प लाइन 1912 में संपर्क कर सकते हैं। सोशल मीडिया और मैसेज के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
बिजली उपभोक्ताओं को सतर्क रहने की अपील
प्रधान सचिव ने बिजली उपभोक्ताओं को साइबर अपराधियों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि डिस्कॉम कम्पनियों के द्वारा बैलेन्स शून्य होने पर भी रात में बिजली नहीं काटी जाती है। बिजली उपभोक्ताओं को साइबर अपराधियों के द्वारा बिजली काटने के नाम पर एसएमएस भेज कर पैसे की ठगी की जाती हैं। उपभोक्ताओं को मैसेज भेज कर बिल जमा न होने के कारण रात में उनकी बिजली काटने की धमकी देते हैं। बिजली कटने की बात पढ़कर कई लोग नंबर पर कॉल कर के पेमेंट कर देते हैं और साइबर फ्रॉड के शिकार बन जाते हैं।