पूर्णिया में बिहार एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई, 3 लाख के इनामी अपराधी को एनकाउंटर में मार गिराया
पूर्णिया। बिहार के पूर्णिया जिले में अपराध पर काबू पाने के लिए रविवार देर रात एक बड़ी कार्रवाई की गई। एसटीएफ और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने तीन लाख के इनामी अपराधी बाबर को एनकाउंटर में मार गिराया। यह कार्रवाई पूर्णिया के अमौर थाना से करीब दो किलोमीटर दूर हुई। इस ऑपरेशन को एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर अंजाम दिया, जिससे पूरे क्षेत्र में कानून व्यवस्था को मजबूती मिली है। पूर्णिया पुलिस और एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि कुख्यात अपराधी बाबर अमौर थाना क्षेत्र के पास देखा गया है। बाबर पर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित था और वह लंबे समय से पुलिस की गिरफ्त से बाहर था। सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई की गई और एसटीएफ के साथ पांच थानों की पुलिस टीम को ऑपरेशन में शामिल किया गया। एसपी कार्तिकेय शर्मा के नेतृत्व में पुलिस बल ने घेराबंदी की योजना बनाई और बाबर को पकड़ने के लिए अमौर थाना के पास रणनीतिक तरीके से घेराबंदी की गई। बाबर एक कुख्यात अपराधी था जो पूर्णिया सहित आसपास के जिलों में कई गंभीर अपराधों में शामिल रहा था। उस पर हत्या, लूटपाट, रंगदारी और अन्य आपराधिक मामलों के कई आरोप थे। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने पहले भी कई बार कोशिश की थी, लेकिन वह हर बार पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता था। बाबर का आतंक इतना था कि लोगों में उसका नाम सुनते ही डर फैल जाता था। उसकी गतिविधियों के कारण न सिर्फ पूर्णिया, बल्कि आसपास के क्षेत्र में भी कानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही थी। रविवार रात को एसटीएफ और पुलिस टीम ने बाबर की मौजूदगी की सूचना पर घेराबंदी की। ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने बाबर को आत्मसमर्पण करने का मौका दिया, लेकिन उसने पुलिस पर गोलियां चला दीं। इसके जवाब में पुलिस ने भी कार्रवाई की और दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई। करीब दो किलोमीटर दूर अमौर थाना क्षेत्र में इस मुठभेड़ के दौरान बाबर को मार गिराया गया। इस ऑपरेशन में एसटीएफ और पांच थानों की पुलिस ने सहयोग किया और बिना किसी नुकसान के अपराधी को मार गिराने में सफलता प्राप्त की। इस ऑपरेशन में पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने पूरे ऑपरेशन की निगरानी की और पुलिस बल को सही दिशा-निर्देश दिए। इस मुठभेड़ में उन्होंने न केवल नेतृत्व किया बल्कि टीम के मनोबल को भी बनाए रखा। इस ऑपरेशन को सफलता पूर्वक अंजाम देना एसपी कार्तिकेय शर्मा और उनकी टीम की कड़ी मेहनत और साहस का नतीजा है। बाबर की मौत से पूर्णिया और आसपास के क्षेत्रों में कानून व्यवस्था को लेकर एक सकारात्मक संदेश गया है। लंबे समय से बाबर की आपराधिक गतिविधियों के चलते आम जनता में भय का माहौल था। इस मुठभेड़ के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है। इससे क्षेत्र में कानून व्यवस्था में सुधार होगा और अपराधियों के बीच भी एक स्पष्ट संदेश जाएगा कि कानून के खिलाफ जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इस एनकाउंटर से यह स्पष्ट होता है कि बिहार पुलिस और एसटीएफ अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से निभा रहे हैं। अपराध पर काबू पाने के लिए पुलिस की इस सतर्कता ने यह साबित कर दिया है कि वे समाज में शांति और सुरक्षा की स्थापना के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं। ऑपरेशन में शामिल सभी पुलिसकर्मियों की सतर्कता और साहस ने इस मुठभेड़ को सफल बनाया। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है। लंबे समय से बाबर की आपराधिक गतिविधियों के कारण लोग डरे हुए थे और अब इस एनकाउंटर के बाद क्षेत्र में शांति का माहौल है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की बहादुरी और तत्परता की प्रशंसा की है और उम्मीद जताई है कि इस तरह की कार्रवाइयों से क्षेत्र में अपराध पर नियंत्रण रखा जा सकेगा। इस तरह की घटनाओं से जनता का पुलिस और कानून व्यवस्था पर विश्वास बढ़ता है और उन्हें सुरक्षा का अहसास होता है।