देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरे में डाल रही है केंद्र सरकार : मोहन प्रकाश
पटना। देश के युवाओं को नशे की चंगुल में फंसाने की सबसे बड़ी साजिश का खुलासा होना केंद्र की मोदी सरकार के निजीकरण की हकीकत बयान करने को काफी है। 3000 किलो की पकड़ी गई नशीली पदार्थों, जिनकी अनुमानित कीमत 21000 हजार करोड़ है, वो ये बताने को काफी है कि देश के आंतरिक सुरक्षा को निजीकरण खतरे में डाल रही है। उक्त बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा।
देश को गैर जिम्मेदार पूंजीपतियों के हवाले कर रही सरकार
श्री प्रकाश ने कहा कि विश्व को लोकतंत्र की शिक्षा देने वाला हमारा देश आज लोकतांत्रिक मूल्यों को स्थापित करने से परहेज करने लगा है। निजीकरण की आड़ में केंद्र सरकार देश को पूरी तरीके से गैर जिम्मेदार पूंजीपतियों के हवाले करती चली जा रही है। उन्होंने खाद्य तेल और जैव ईंधनों की कीमतों पर बोलते हुए कहा कि अंबानी और अडानी, भाजपा को इस मुनाफे का हिस्सा बांट रहे हैं इसीलिए सरकार मौन धारण की है। देश के लोगों की गाढ़ी कमाई को केंद्र सरकार अपने पूंजीपति मित्रों को सौंपकर देश की ही संपत्ति खरीदने की खुली छूट दे रखी है। वैश्विक स्तर पर अमेरिका यात्रा में नरेंद्र मोदी को अमेरिका ने भी आईना दिखा दिया, बावजूद इसके देश में उनकी पार्टी के लोग उन्हें हीरो बनाकर पेश कर रहे हैं।
अडानी पोर्ट पर मिले हीरोइन का हीरो कौन?
उन्होंने कहा कि मायानगरी में कम मात्रा में मिली नशीली पदार्थ पर पूरे देश में हल्ला मच जाता है लेकिन देश के निजी पोर्ट जो अडानी के अधीन है, वहां 3000 किलो मिले नशीले पदार्थ पर गृह मंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक मौन साध लेते हैं।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष विधान पार्षद समीर कुमार सिंह, महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमिता भूषण, मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, प्रवक्ता जया मिश्र, असित नाथ तिवारी, आनंद माधव, ज्ञान रंजन, स्नेहाशीष वर्धन, सौरभ सिन्हा, शशि रंजन समेत कई प्रमुख नेता मौजूद रहे।