बिहार में 24 घंटे में 41 की मौत, बाढ़ एनटीपीसी में फूटा कोरोना बम, पटना की सड़कों पर कम दिखे लोग

पटना। बिहार में कोरोना ने विकराल रूप धारण कर लिया है। आंकड़े जानकर आप भी डरने लगेंगे। पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना ने 41 लोगों की जान ले ली है। सर्वाधिक संक्रमितों के साथ राजधानी पटना कोरोना बम पर बैठा है। पटना में 13 हजार से अधिक सक्रिय केस हो चुके हैं। चिंता की बात यह भी है कि संक्रमण दर बढ़कर करीब नौ फीसद हो चुकी है। जबकि स्वास्थ्य दर गिरकर 84.52 फीसद हो गई है। हालांकि पटनावासी पहले से सचेत नजर आ रहे हैं। संक्रमण की स्थिति को देखते हुए पटना की सड़कों पर कम चहल-पहल दिख रही है। बाजारों में भी सन्नाटा है। वहीं जगह-जगह पुलिस मास्क की जांच कर रही है। इस बीच दिल्ली में लॉकडाउन लग जाने तथा कई अन्य बड़े शहरों में इसकी आशंका को देखकर बड़ी संख्या में बिहारी प्रवासी घर लौटने को मजबूर हैं।
देखें कहां-कितने मिले संक्रमित
बाढ़: पटना के बाढ़ एनटीपीसी के 29 कर्मचारी व उनके 35 स्वजन कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। इस बीच एनटीपीसी के पूर्वी क्षेत्र की 10 परियोजनाओं में करीब दो सौ कर्मचारी भी संक्रमित पाए गए हैं। उनका इलाज बाढ़ के एनटीपीसी अस्पताल में चल रहा है। बता दें इनमें छह परियोजनाएं बिहार में तो शेष पश्चिम बंगाल और झारखंड में हैं।
शेखपुरा: जिला में कोरोना संक्रमण के लक्षण वाले में एक शिक्षक की मंगलवार की सुबह मौत हो गई। एक पखवारे के अंदर तीन शिक्षकों और एक शिक्षिका के पति की मौत हो चुकी है। मृतक शिक्षक साकेत कुमार शेखपुरा के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बघैया कुसुम्भा में पदस्थापित थे।
छपरा: सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तैनात कई डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। कुछ स्वास्थ्यकर्मी भी संक्रमित पाए गए हैं। एक डॉक्टर का पूरा परिवार कोरोना की चपेट में आ गया है।
बक्सर: कोविड अस्पताल पर अराजक तत्वों ने पथराव किया है। कुछ लोग कोरोना संक्रमित एक महिला को लेकर पहुंचे थे, जिसे डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। इसके बाद साथ आए लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया।
मधेपुरा: एक युवक की शादी से 10 दिन पहले कोरोना से मौत हो गई। शादी की शॉपिंग कर दिल्ली से लौटने के बाद जब तबीयत बिगड़ी तब उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
बक्सर: नावानगर व केसठ प्रखंड के विभिन्न बाजारों में कोरोना से संबंधित गाइडलाइंस की खुलेआम धज्जियां उडती देखी जा रही है। प्रशासन की उदासीनता से सतर्कता को ताक पर रख लोग खरीदारी करने में व्यस्त दिख रहे। बाजार में खरीदारी करने वाले अधिकांश लोग बिना मास्क पहने ही एक-दूसरे से टकराते हुए खरीदारी करने में व्यस्त रहे, जिससे कोरोना संक्रमण बढने की संभावना है।
बिहारी प्रवासी घर लौटने को मजबूर
दिल्ली आदि बड़े शहरों में लॉकडाउन लग जाने या उसकी आशंका को देखते हुए बड़ी संख्या प्रवासी बिहार लौटने लगे हैं। इसके साथ एक बार फिर कोरोना संक्रमण के पिछले साल के दौर की तरह ही उनके लौटने के साथ संक्रमण के मामले बड़ी संख्या में मिलने की आशंका गहरा गई है। हालांकि, सरकार ने उनकी जांच व इलाज के लिए पूरी व्यवस्था की है।
