PATNA : मोदी सरकार के संविधान विरोधी कृत्यों के खिलाफ जदयू ने निकाला संविधान बचाओ मार्च
- नए संसद भवन में सावरकर का सम्मान व बाबासाहेब का अपमान स्वीकार नहीं : जदयू
- हमारा देश सदैव डॉ. भीमराव अंबेदकर का ऋणी रहेगा : उमेश कुशवाहा
पटना। भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेदकर के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर आज पार्टी मुख्यालय के कर्पूरी सभागार में बाबा साहेब के तैल्यचित्र पर माल्यापर्ण कर उन्हे भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई। तत्पश्चात जदयू अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ की ओर से मोदी सरकार की असंवैधानिक कृत्यों के खिलाफ ‘संविधान बचाओ मार्च’ निकाला गया। यह मार्च पटना के वीरचंद पटेल मार्ग स्थित पार्टी मुख्यालय से निकलकर आयकर गोलंबर होते हुए पटना हाईकोर्ट तक गया एवं हाईकोर्ट के समीप अवस्थित डॉ. भीमराव अंबेदकर की आदमकद प्रतिमा पर पार्टी के नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। वही इस दौरान जदयू के तमाम कार्यकर्ताओं ने बाबू जगजीवन राम छात्रावास बंद क्यों? देश में 10 वर्षीय जनगणना अब तक क्यों नहीं? नये संसद भवन में सावरकर का सम्मान और अंबेदकर का अपमान क्यों? के नारों के साथ मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वही इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि हमारा देश सदैव डॉ. भीमराव अंबेडकर ऋणी रहेगा। उनके प्रयास से समाज के शोषित, वंचित और पीड़ित वर्गों को संवैधानिक अधिकार मिला और उन्हें आरक्षण की सुविधा प्राप्त हुई। अंतिम पंक्ति पर खड़े समाज को शैक्षणिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से सशक्त और सबल बनाने में डॉ. भीमराव अंबेडकर का योगदान हमेशा अविस्मरणीय रहेगा। उनके संविधान में निहित आदर्शों ने हमारे देश को सकारात्मक राह दिखाई है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा डॉ. भीमराव अंबेदकर के महान संविधान को मिटाना चाहती है। मोदी सरकार के द्वारा लगातार संवैधानिक एवं लोकतांत्रिक मूल्यों पर चोट किया जा रहा है। वही इसी के खिलाफ हम ‘संविधान बचाओ मार्च’ निकाल रहे हैं। देश की जनता अब जागरुक हो चुकी है और संविधान को मिटाने वाले तत्वों को भलीभांति पहचान चुकी है। जनता ने ठान लिया है कि 2024 में BJP सत्ता में नहीं आएगी। वही इस दौरान बड़ी संख्या में पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।