लोकसभा चुनाव के बाद होगी सक्षमता परीक्षा; विभाग में दी जानकारी, नियोजित शिक्षक बनेंगे राज्यकर्मी
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पटना। बिहार के नियोजित शिक्षकों के लिए बड़ी खबर है। नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी बनाने के लिए बिहार बोर्ड की तरफ से सक्षमता परीक्षा लोकसभा चुनाव के बाद होगी। बिहार शिक्षा विभाग ने यह फैसला किया है। नियोजित शिक्षकों की यह दूसरी दक्षता परीक्षा होगी। इसमें भाग लेने के लिए 85 हजार नियोजित शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन दिया है। अगर इस परीक्षा में नियोजित शिक्षक पास होते हैं, तो उन्हें राज्यकर्मी का दर्जा मिलेगा और बीपीएससी वाले सरकारी शिक्षकों जैसी सुविधा मिलेगी। शिक्षा विभाग ने दूसरी योग्यता परीक्षा 12, 14 और 15 मई को कराने का कार्यक्रम तय किया था, लेकिन लोकसभा चुनाव में शिक्षकों की लगी ड्यूटी की वजह से इसे स्थगित कर दिया गया। दूसरी दक्षता परीक्षा के लिए ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि पहले 4 मई थी, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 6 मई कर दिया गया था। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से नियोजित शिक्षकों, शारीरिक शिक्षकों और पुस्तकालयाध्यक्षों के लिए आयोजित दूसरी दक्षता परीक्षा में भाग लेने के लिए 26 अप्रैल से ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरे गए। बिहार की नीतीश सरकार की ओर से नियोजित शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक का दर्जा देने का निर्णय लिया जा चुका है। हालांकि इसके लिए शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा देनी है। इसमें सफल होने वाले शिक्षक ही दर्जा पाने के हकदार होंगे। इस बीच, चर्चा थी कि जो शिक्षक परीक्षा में फेल होंगे, उनकी नौकरी उनके हाथ से निकल जाएगी, पर ऐसी बात नहीं है। नौकरी नहीं जाएगी। सरकार के स्तर से कुछ इसी तरह का संकेत दिया गया था।
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