पटना समेत पूरे प्रदेश में जल्द शुरू होगा शीतलहर का प्रकोप, मौसम विभाग ने लोगों को किया सावधान
पटना। बिहार में मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया है, और आने वाले दिनों में ठंड का असर और गहराने की संभावना है। पटना समेत राज्य के कई जिलों में शीतलहर जल्द दस्तक देने वाली है। पश्चिमी हवाओं (पछुआ) के प्रभाव के कारण तापमान में गिरावट देखी जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, 23 नवंबर से ठंड में और इजाफा होगा, जिससे खासतौर पर रात और सुबह के समय अधिक ठंड महसूस की जाएगी। हालांकि वर्तमान में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। राज्य के उत्तरी हिस्सों में खासतौर पर तापमान में गिरावट का असर ज्यादा है। बुधवार को कई जिलों में कोहरा छाया रहा, जिससे सुबह के समय दृश्यता कम हो गई थी। राज्य के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान 14 से 16 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है। वहीं, औरंगाबाद में सबसे कम तापमान 13.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पटना में न्यूनतम तापमान फिलहाल 18.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने बताया कि आने वाले तीन दिनों में मौसम स्थिर रहेगा, लेकिन उसके बाद तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है। राज्य के 15 जिलों में कोहरे का प्रभाव देखने को मिल रहा है। इनमें दरभंगा, मधुबनी, पूर्णिया, मधेपुरा, सहरसा, किशनगंज, अररिया, कटिहार, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सुपौल, शिवहर, गोपालगंज, सीवान और सीतामढ़ी शामिल हैं। इन जिलों में सुबह के समय घना कोहरा और हल्की धुंध छाए रहने की संभावना है। राज्य के अन्य जिलों में भी हल्के कोहरे और धुंध का असर महसूस किया जा सकता है। हालांकि अभी ठंड उतनी अधिक नहीं है, लेकिन दिसंबर के पहले या दूसरे सप्ताह में शीतलहर चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि ठंडी हवाओं के चलते लोगों को सतर्क रहना चाहिए और गरम कपड़ों का उपयोग शुरू कर देना चाहिए। मौसम विभाग का कहना है कि पछुआ हवाएं ठंड को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रही हैं। इस कारण से आने वाले दिनों में सुबह और रात की ठंड अधिक बढ़ेगी। हालांकि दिन का तापमान फिलहाल स्थिर रहेगा। मौसम विभाग ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे ठंड से बचाव के लिए आवश्यक तैयारियां करें। खासकर सुबह और रात में बाहर निकलने से पहले गरम कपड़े पहनें और वृद्धों एवं बच्चों का विशेष ध्यान रखें। किसानों को भी अपने फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने का सुझाव दिया गया है। अतः, बिहार में ठंड ने धीरे-धीरे अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। शीतलहर की संभावना को देखते हुए लोगों को सतर्क और तैयार रहने की आवश्यकता है।