छठ महापर्व पर पटना समेत कई जिलों में होगी बारिश, ठंड बढ़ने का पूर्वानुमान जारी
पटना। नवंबर का महीना शुरू होते ही बिहार समेत पूरे उत्तर भारत में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। बिहार के विभिन्न जिलों में सुबह के समय कोहरे की चादर और दिन में शुष्क मौसम का असर नजर आ रहा है। छठ महापर्व के दौरान राज्य में बारिश और ठंड बढ़ने की संभावना है, जिसके चलते मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। विशेष रूप से संध्या अर्घ्य और सुबह के अर्घ्य के दौरान हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, बिहार के नवादा, किशनगंज, सिवान, मधेपुरा, पूर्णिया, पश्चिमी और पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, सारण, दरभंगा, सुपौल, अररिया, मधुबनी, गोपालगंज, शिवहर, वैशाली, और सीतामढ़ी जिलों में 7 और 8 नवंबर को बारिश होने की संभावना है। इस दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे और तापमान में गिरावट के कारण ठंड का एहसास अधिक हो सकता है। अन्य जिलों में भी आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, जिससे छठ पर्व के दौरान मौसम में नमी का एहसास होगा।
मौसम में बदलाव और ठंड का बढ़ता असर
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना ने छठ पूजा के दौरान होने वाली संभावित बारिश के संबंध में अनुमान जारी किया है। छठ महापर्व के दौरान होने वाली इस बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी, जिससे ठंड बढ़ने का पूर्वानुमान है। इस बदलाव का मुख्य कारण उत्तर भारत में चल रही सर्द हवाएं और पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव है। पटना में नवंबर के पहले सप्ताह से ही तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी है। जहां गोपालगंज में 33.7 डिग्री सेल्सियस के अधिकतम तापमान के साथ दिन में हल्की गर्मी बनी रहती है, वहीं किशनगंज में न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो ठंड का संकेत दे रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, 4 नवंबर से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के तापमान में कमी आ रही है। सुबह के समय गुलाबी ठंड महसूस की जा रही है, जिससे अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में ठंड और बढ़ेगी।
छठ पर्व पर बारिश का संभावित प्रभाव
छठ पूजा बिहार का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें श्रद्धालु घाटों पर जाकर उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। लेकिन इस बार, बारिश का अनुमान इस पर्व के दौरान कुछ कठिनाई पैदा कर सकता है। 7 और 8 नवंबर को हल्की से मध्यम बारिश के कारण घाटों पर जाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी हो सकती है। बारिश के कारण घाटों पर फिसलन होने की संभावना है, जिससे सावधानी बरतने की जरूरत होगी। स्थानीय प्रशासन ने भी छठ महापर्व के लिए विशेष तैयारियां की हैं। घाटों पर साफ-सफाई, बैरिकेडिंग, लाइटिंग और अन्य सुविधाओं का काम अंतिम चरण में है। हालांकि, मौसम विभाग के इस अलर्ट के बाद प्रशासन और सतर्क हो गया है। संबंधित जिलों में बारिश के कारण जलभराव की संभावना को देखते हुए अतिरिक्त प्रबंध किए जा रहे हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को सलाह दी है कि वे सुरक्षा के मद्देनजर घाटों पर जाएं और सावधानी से अर्घ्य अर्पित करें।
कोहरे और विजिबिलिटी का असर
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में चल रही सर्द हवाओं और कोहरे के कारण सुबह की विजिबिलिटी (दृष्टि क्षमता) कम हो रही है। पटना और इसके आस-पास के क्षेत्रों में सुबह के समय कोहरा छाने से वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने वाहन चालकों को सलाह दी है कि कोहरे के दौरान वे धीमी गति से वाहन चलाएं और आवश्यक एहतियात बरतें।
ठंड बढ़ने का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, 15 नवंबर से ठंड में और वृद्धि होने की संभावना है। इस दौरान, बिहार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, झारखंड, और दिल्ली में भी तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। इससे छठ महापर्व के बाद ठंड बढ़ने की संभावना है, जो सर्दियों की शुरुआत का संकेत है। ठंड की यह बढ़ोतरी खासकर सुबह और शाम के समय महसूस की जाएगी, जिससे लोग सर्दियों के कपड़े पहनना शुरू कर सकते हैं।
छठ पर्व के दौरान सावधानी और तैयारी
छठ महापर्व में बारिश और ठंड का पूर्वानुमान जारी होने के बाद से प्रशासनिक स्तर पर तैयारियों को लेकर विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। घाटों पर अतिरिक्त लाइटिंग की व्यवस्था की जा रही है, ताकि कम विजिबिलिटी के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि वे घाट पर जाने से पहले मौसम का पूर्वानुमान जरूर देखें और बारिश की स्थिति में स्वयं को सुरक्षित रखने के उपाय करें। छठ पूजा के दौरान श्रद्धालु घाटों पर बड़ी संख्या में एकत्र होते हैं, ऐसे में प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन हो और भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। श्रद्धालुओं से भी आग्रह किया जा रहा है कि वे मास्क पहनें, सामाजिक दूरी बनाए रखें, और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें। छठ महापर्व के दौरान पटना समेत बिहार के 17 जिलों में बारिश और ठंड का पूर्वानुमान है, जो श्रद्धालुओं के लिए कुछ चुनौतीपूर्ण हो सकता है। मौसम विभाग के इस अलर्ट के बाद प्रशासन ने घाटों पर विशेष व्यवस्था की है और श्रद्धालुओं को सावधानी बरतने की सलाह दी है। ठंड की शुरुआत हो चुकी है, और इस पर्व के बाद तापमान में और कमी आएगी। भक्तों को चाहिए कि वे सुरक्षित रहकर पर्व का आनंद लें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।