बिहार में शराबबंदी को सफल बनाने के लिए एक्शन में CM नीतीश, राज्य के सभी जिले में खुद जाकर करेगें निरक्षण
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भी गंभीर और एक्टिव हो गये हैं। प्रदेश के हर जिले में जाकर खुद शराबबंदी की स्थिति की समीक्षा करेंगे। उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग को इसकी तैयारी के निर्देश दिए गए हैं। सीएम के इस फैसले से मद्य निषेध विभाग में हड़कंप मच गया है क्योंकि लाख कोशिशों के बाद भी जिलों में शराब अभी भी बरामद हो रहे हैं। हालांकि इसकी तारीखों की घोषणा अभी नहीं की गयी है। माना जा रहा है कि आगामी 21 दिसंबर को राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद इसकी शुरुआत होगी।
प्रमंडलीय मुख्यालय वाले जिलों से शुरुआत
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी की समीक्षा के लिए जिलों के दौरे की शुरुआत प्रमंडलीय मुख्यालय वाले जिलों से करेंगे। इसके बाद बाकी जिलों में इसे आयोजित किया जाएगा। इस क्रम में शराबबंदी के पालन को प्रभावी बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की मुख्यमंत्री जानकारी लेंगे। वहीं, इसके लिए आगे की पहल की जरूरतों के बारे में स्थानीय अधिकारियों को निर्देश भी देंगे।
जागरूकता कार्यक्रमों के असर का होगा आकलन
स्थानीय स्तर पर शराबबंदी के प्रति जागरूकता के कार्यक्रमों के असर की भी समीक्षा की जाएगी। स्थानीय अधिकारी इसके बारे में भी सीएम को अवगत कराएंगे। ज्ञात हो कि उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग की ओर से शराबबंदी को प्रभावी बनाने के लिए हाल के दिनों में कई कार्यक्रम तय किए गए हैं। पिछले कुछ महीनों में राज्य में जहरीली शराब पीने से हुई मौत के बाद सीएम और भी सीरियस हो गये हैं।
वही कई पक्षों से सीएम पर शराबबंदी नीति की समीक्षा के लिए दवाब बनाया जा रहा है। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्ण शराबबंदी के लिए खुद को कृत संकल्पित बता रहे हैं। इसमें कोताही बरतने वाले पदाधिकारियों पर सरकार की ओर से कई कार्वाई की गयी है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग में जाने के क्रम में विकास भवन स्थित उत्पाद और मद्य निषेध विभाग के गलियारे में अपर मुख्य सचिव केके पाठक से बात की।