February 7, 2025

दम्भी मुख्यमंत्री का आभार,जो उन्होंने माना राज्य में अफसरशाही हावी-राजेश राठौड़

पटना।बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने नीतीश कुमार के राज में बेलगाम अफसरशाही पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि जनता दरबार में फरियादी की फरियाद के बाद भी नीतीश के अधिकारी कीमत वसूल रहे हैं। बेलगाम अफसरशाही की बात को जब महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव के दौरान बाबूगिरी पर सवाल उठाया था तो सरकार ने नजरअंदाज किया था। नीतीश कुमार धन्यवाद के पात्र हैं जो उन्होंने जनता दरबार में देर से ही सही उसे स्वीकार कर उसपर मुहर लगा दी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी ही सरकार के मंत्री मदन साहनी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के कही बातों पर मुहर लगाते हुए स्वीकार किया है कि उनके राज में अफसरशाही चरम पर है।
पेगासस जासूसी कांड में उनकी ही सहयोगी भाजपा के द्वारा नीतीश कुमार की जासूसी की गई है, जिसको नीतीश कुमार ने स्वीकारा भी है। साथ ही नीतीश राज में अफसरशाही बेलगाम हो चुकी है ये बात समझने में स्वयं नीतीश कुमार को 16 वर्ष का लंबा समय लगा।
बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार में लालफीताशाही को खुली छूट दे रखी है जिसका खामियाजा उनके ही मंत्रिमंडल के सहयोगियों को भुगतना पड़ रहा है। राज्य में कोरोना से लेकर प्रत्येक योजनाओं में अफसरों की मनमानी का खामियाजा पूरे राज्य की जनता ने भुगता और इन अफसरों पर लगाम लगाने कर बजाय नीतीश कुमार ने लूट की छूट दे रखी थी। नीतीश कुमार के ही मंत्री जब अफसरशाही वाली बात की तस्दीक करने लगे तो उन्होंने खुद आगे आकर इस बात को स्वीकार किया है कि उनके राज में अफसरशाही चरम पर है।

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