पटना में विधानसभा के नवनिर्मित अतिथिशाला का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन, डिप्टी सीएम समेत अध्यक्ष रहे मौजूद
पटना। बिहार विधानसभा परिसर में निर्मित नवनिर्मित अतिथिशाला का उद्घाटन बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव समेत कई वरिष्ठ मंत्री और अधिकारी उपस्थित रहे। इस अतिथिशाला का निर्माण आगामी 20 और 21 जनवरी को आयोजित होने वाले अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन के मद्देनजर किया गया है। इस सम्मेलन में देशभर से विभिन्न राज्यों के विधानसभा अध्यक्ष और पीठासीन अधिकारी शिरकत करेंगे। अतिथिशाला का उद्देश्य इन अतिथियों को समुचित सुविधा प्रदान करना और आयोजन को उच्च स्तरीय बनाना है। अतिथिशाला के उद्घाटन के साथ ही विधानसभा परिसर में सम्मेलन को लेकर अन्य तैयारियां भी जोर-शोर से चल रही हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य की सराहना की और इसे बिहार के विकास की दिशा में एक और कदम बताया। उद्घाटन समारोह में विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने अतिथिशाला को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि यह न केवल बिहार विधानसभा के लिए, बल्कि राज्य के विकासशील दृष्टिकोण को भी दर्शाता है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने भी अपने विचार साझा किए और सम्मेलन की तैयारियों की सराहना की। यह अतिथिशाला न केवल आगामी सम्मेलन के लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा होगी, बल्कि बिहार विधानसभा की आधुनिकता और आतिथ्य परंपरा का प्रतीक भी बनेगी। दो दिन पहले ही सचिव भवन निर्माण विभाग सह मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि के द्वारा निर्माणाधीन बिहार विधानसभा अतिथिशाला का निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण के दौरान उन्होंने नवनिर्मित विधानसभा अतिथिशाला के भवन निर्माण कार्य के प्रगति की विस्तृत जानकारी ली एवं बचे हुए कार्य को शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया। आकर्षक एवं खूबसूरत दिख रहा भवन निर्माण विभाग के द्वारा नवनिर्मित विधानसभा अतिथिशाला भवन में सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। बिहार में 42 साल बाद अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन होने जा रहा है। लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे, जबकि राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश भी कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित होंगे। सम्मेलन में पूरे देश के पीठासीन पदाधिकारी, 28 राज्यों के विधानसभा अध्यक्ष, 6 विधानसभा परिषद के सभापति और केंद्र शासित प्रदेशों के स्पीकर सहित लगभग 300 अतिथि शामिल होंगे। बिहार में 42 साल पहले 1982 में इस प्रकार का अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन हुआ था। तब कांग्रेस के राधा नंदन झा विधानसभा अध्यक्ष थे। इस बार विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव हैं। सम्मेलन में संवैधानिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने में संसद और विधायिका की भूमिका पर चर्चा होगी। 20 जनवरी को उद्घाटन सत्र होगा। समापन सत्र भी 21 जनवरी को होगा। सम्मेलन से जुड़े सारे कार्यकम विधानसभा के सेंट्रल हॉल में होंगे। वहीं देश भर से आने वाले सभी अतिथियों को पटना के प्रमुख पर्यटन स्थलों जैसे हरि मंदिर साहिब गुरुद्वारा, बापू टावर, सभ्यता द्वार और बिहार संग्रहालय का भ्रमण भी कराया जाएगा।