पटना में बाढ़ की स्थिति हुई भयावह, घाटों का जायजा लेने निकले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

पटना । राजधानी में बाढ़ की स्थिति बहुत भयावह हो गई है, जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हालात का जायजा लेने निकले। सीएम नीतीश बुधवार को पटना के गंगा घाटों का निरीक्षण करने पहुंचे। दीघा घाट से लेकर तमाम अन्य घाटों पर नीतीश कुमार अधिकारियों के साथ जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री पटना मुख्य नहर के दीघा लॉक का निरीक्षण कर रहे हैं। इसके बाद कुर्जी गोसाई टोला के पास बाढ़ की स्थिति और एलसीटी घाट और गांधी घाट पर पटना शहर सुरक्षा दीवार का भी जायजा लेंगे। इसके बाद दीघा लॉक से जेपी सेतु होते हुए हाजीपुर, गांधी सेतु होते हुए गांधी घाट तक निरीक्षण करेंगे।

बता दें कि राजधानी पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। गंगा के जलस्तर में हुए इजाफे के कारण सभी नालों का गेट बंद कर दिया गया है। इसके अलावा एहतियातन राज्य सरकार ने अन्य कदम उठाए हैं।

बता दें कि राजधानी पटना में कई सालों के बाद बाढ़ का संकट इतना बढ़ा है। गंगा नदी के किनारे बनी पटना की सुरक्षा दीवार को गंगा पार कर गई है। गंगा के जलस्तर में पिछले 24 घंटे में 17 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है और अब नदी खतरे के निशान से 116 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। यही वजह है कि पटना की सुरक्षा दीवार को बाढ़ का पानी पार कर गया है। पटना के सभी गंगा घाटों को अब पूरी तरीके से बंद करना पड़ा है।

पटना के दीघा घाट पर गंगा का जलस्तर 51.02 मीटर से ऊपर है, यहां खतरे का रिचार्ज 50.45 मी है। गांधी घाट पर गंगा का जलस्तर 49.76 मी है जबकि यहां खतरे का निशान 48.60 मी है। हाथीदह में गंगा का जलस्तर 42.85 मीटर है। यहां खतरे का निशान 41.46 मी है।

गंगा के बढ़ते जलस्तर और राजधानी पटना पर मंडराते बाढ़ संकट को देखते हुए जल संसाधन विभाग सतर्क हो गया है। जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा है कि विभाग के सभी अधिकारियों और इंजीनियरों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है।

गंगा के बढ़े हुए जलस्तर से पटना से गंगा में मिलने वाले सभी नालों के गेट बंद कर दिए गए हैं। इन नालों से पटना में पानी प्रवेश करने का खतरा बढ़ा हुआ है। पटना के एलसीटी घाट, कुर्जी घाट समेत दीघा के कई इलाकों में पानी का फैलाव देखने को मिला है।

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