मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष ने गिराई विधायिका की गरिमा : राजेश राठौड़
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पटना। बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सोमवार को सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के बीच हुए तल्ख टिप्पणियों और तू-तू मैं-मैं पर बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि सत्ता पक्ष ने लोकतांत्रिक मूल्यों का बिहार में क्षरण कर दिया है। विधानसभा के इस सत्र में मुख्यमंत्री को विधानसभा अध्यक्ष के पद की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए, साथ ही उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने स्वयं ही विधायिका की गरिमा पूर्व में गिराई है, जब विपक्ष के सदस्यों को पुलिस बुलाकर पिटवाया गया तो ऐसे में मुख्यमंत्री ने उनको उसी तरीके से सम्मान वापस कर दिया।
श्री राठौड़ ने कहा कि लोकतंत्र की जड़ों को भाजपा-जदयू कमजोर करने पर तुली है। उन्होंने सीएम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शायद नीतीश कुमार से इस बार तीसरे नंबर की पार्टी होने के कारण विधानसभा अध्यक्ष का पद प्राप्त नहीं हो सका, वरना अपने अकर्मण्यता को छिपाने के लिए वे विधानसभा अध्यक्ष के रूप में अपने जदयू के मातहतों को बैठाते थे। यदि उनको विधानसभा अध्यक्ष के सवाल इतने तल्ख लग रहे हैं तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि वैसे भी जनता ने उनको बहुमत तो दिया नहीं है। उन्होंने कहा कि सदन की गरिमा का ख्याल न तो विधानसभा अध्यक्ष को ही रह गया है और न ही मुख्यमंत्री को।
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