नीतीश को लेकर पीके का दावा, कहा- लोकसभा चुनाव हारने के डर से बीजेपी की शरण में गए मुख्यमंत्री
- विधानसभा चुनाव में जनता सिखाएगी सबक, 20 से कम सीट लाएगी जदयू : प्रशांत किशोर
पटना। देश के जानेमाने चुनावी रणनीतिकार व जन सुराज के सूत्रधार पीके ने सीएम नीतीश पर चौतरफा हमला बोला है। पीके ने कहा कि नीतीश कुमार के व्यवहार से प्रदेश की जनता दुखी है और चुनाव में इन्हें सबक सिखाएगी। पीके ने कहा कि लोकसभा में अधिक सांसद जीताने के चक्कर में मुख्यमंत्री नीतीश NDA में गए हैं। वही सीएम नीतीश के इतनी बार पलटने के बाद भी जनता जवाब देगी या नहीं इस सवाल पर प्रशांत ने कहा कि आप लिखकर रखिए कि नीतीश कुमार अब चाहे जिस गठबंधन में लड़े या भाजपा के साथ लड़े, अगली बार विधानसभा चुनाव में इन्हें 20 से कम विधायक आएंगे। जदयू को आगामी विधानसभा चुनाव में 20 विधायक भी नहीं आएंगे, अगर आएंगे तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा। नीतीश कुमार चाहे भाजपा के साथ लड़ें, या महागठबंधन के साथ अब बिहार में इनका हारना तय है। पीके ने आगे कहा कि मैं दावे के साथ कैमरे पर कह रहा हूं कि अगर किसी एक नेता के खिलाफ जनता में सबसे ज्यादा गुस्सा है, तो वे है नीतीश कुमार। आप किसी भी वर्ग से बात कीजिए, किसी सामान्य नेता से बात कीजिए, पब्लिक से बात कीजिए, नीतीश कुमार के अपने सपोटर, वोटर व पार्टी के नेताओं से बात कीजिए हर आदमी आज नीतीश कुमार के खिलाफ अपशब्द और गलत बात कह रहा है। पीके ने आगे कहा कि ऐसा मत समझिए कि बिहार की जनता समझती नहीं है। यही नीतीश कुमार हैं जिन्हें 2010 में इनके नाम व चेहरे पर बिहार की जनता ने 206 विधायकों को जिताया था और आज यही नीतीश कुमार हैं, जिनके 42 विधायक जीते हुए हैं और एमपी के चुनाव में हारने के डर से बीजेपी की शरण में चले गए हैं, अगर नरेंद्र मोदी व भाजपा का साथ नहीं रहा तो खाता भी नहीं खुलेगा।