सहरसा में चिराग पासवान ने बाढ़ पीड़ितों से की मुलाकात, कहा- यहां हालात भयावह, जल्द पीएम को स्थिति से अवगत कराऊंगा
सहरसा। बिहार के सहरसा जिले में बाढ़ से उत्पन्न गंभीर स्थिति ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। इस बीच मंगलवार को केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास किया। चिराग पासवान ने सड़क मार्ग से नवहट्टा प्रखंड के बाढ़ प्रभावित केदली गांव का दौरा किया, जहां वे नाव के माध्यम से पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की, उनकी समस्याएं सुनीं और उन्हें फूड पैकेट वितरित किए। केंद्रीय मंत्री ने गांव के लोगों से मिलकर उनके हालात का जायजा लिया और उन्हें जल्द से जल्द राहत पहुंचाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों की स्थिति अत्यंत दयनीय है और लोग बुनियादी सुविधाओं के अभाव में जीने को मजबूर हैं। इसके बाद, चिराग पासवान सड़क मार्ग से हेमपुर चौक पहुंचे, जहां बाढ़ प्रभावित लोगों ने उनसे अपनी समस्याएं साझा कीं। लोगों ने बताया कि बाढ़ की वजह से उनका जीवन कठिन हो गया है, और उन्हें तत्काल राहत और पुनर्वास की आवश्यकता है। चिराग पासवान के दौरे का अगला पड़ाव बराही गांव था, जहां बाढ़ पीड़ित लोग उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे। हालांकि, किसी कारणवश वे वहां नहीं पहुंच सके, जिससे वहां के लोग मायूस हो गए। लेकिन इससे पहले चिराग पासवान ने कोशी क्षेत्र के अन्य इलाकों में भी दौरा किया, जहां उन्होंने सामुदायिक किचन का निरीक्षण किया और बाढ़ पीड़ितों को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। चिराग पासवान ने कहा कि बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा है और इस बार की बाढ़ ने प्रदेश में भयंकर हालात पैदा कर दिए हैं। बाढ़ की इस आपदा का मुख्य कारण पड़ोसी देश नेपाल में आई भारी बारिश है, जिसका असर बिहार के कोसी क्षेत्र पर पड़ा है। करीब 12 जिलों में कोसी नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि के कारण लाखों लोग प्रभावित हुए हैं और उन्हें अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करना पड़ा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य को तेज करना है। उन्होंने कहा कि सबसे जरूरी है कि जल्द से जल्द लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए, ताकि उनकी जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर इस आपदा की जानकारी देने की बात कही और आश्वासन दिया कि वे बाढ़ पीड़ितों की स्थिति से प्रधानमंत्री को अवगत कराएंगे, ताकि केंद्र सरकार से भी उचित मदद मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कम्युनिटी किचन के माध्यम से लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की जा रही है और जल्द ही टेम्पररी शेल्टर की व्यवस्था की जाएगी, ताकि बाढ़ पीड़ितों को अस्थायी रूप से रहने की सुविधा मिल सके। साथ ही, सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि लोगों को राहत सामग्री, दवाइयां और अन्य आवश्यक वस्तुएं समय पर मिलें। चिराग पासवान ने यह भी कहा कि बाढ़ की इस त्रासदी ने लाखों लोगों को प्रभावित किया है और यह स्थिति अत्यंत भयावह है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार हर संभव कोशिश कर रही है कि प्रभावित लोगों को जल्दी से जल्दी राहत मिले और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाए। इस दौरान, चिराग पासवान ने ग्रामीणों से धैर्य बनाए रखने की अपील की और कहा कि सरकार उनके साथ है और जल्द से जल्द हालात को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए राहत और पुनर्वास योजनाओं पर काम तेजी से हो रहा है और जल्द ही स्थिति नियंत्रण में आ जाएगी। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के इस दौरे से बाढ़ पीड़ितों को एक उम्मीद की किरण दिखाई दी है, लेकिन स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। प्रशासन की ओर से राहत कार्य जारी हैं, लेकिन बाढ़ के कारण उपजे हालात ने सरकार और स्थानीय प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है।