यूपी के सीएम योगी के चाइनीस वर्जन है हिमंत बिस्वा, नमाज बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण : तेजस्वी यादव
पटना। असम विधानसभा में शुक्रवार की नमाज के लिए मिलने वाले ब्रेक पर रोक लगाए जाने के बाद देशभर में इस फैसले को लेकर विवाद शुरू हो गया है। इस फैसले की आलोचना करते हुए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने सरमा को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ‘चाइनीज वर्जन’ कहा और आरोप लगाया कि वह सस्ती लोकप्रियता के लिए ऐसे फैसले ले रहे हैं।
तेजस्वी ने की हिमंत बिस्वा सरमा की निंदा
तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि असम के मुख्यमंत्री का यह फैसला एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाना है। उन्होंने कहा, “जब तक हम जैसे लोग हैं, तब तक मुसलमानों का कोई बाल बांका नहीं कर सकता है।” तेजस्वी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) मुसलमानों को ‘सॉफ्ट टारगेट’ बना रही है और उनके खिलाफ षड्यंत्र रच रही है।
बीजेपी पर गंभीर आरोप
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि बीजेपी विभिन्न तरीकों से अल्पसंख्यक समुदाय को परेशान कर रही है। उन्होंने कहा, “कभी वक्फ बोर्ड तो कभी सीएए और एनआरसी जैसे मुद्दों को लेकर बिल लाया जा रहा है, ताकि अल्पसंख्यकों के अधिकारों को छीना जा सके।” उन्होंने बीजेपी पर समाज में नफरत फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि यह पार्टी समाज को बांटने का प्रयास कर रही है।
देश की आजादी में मुसलमानों का योगदान
तेजस्वी यादव ने अपने बयान में इस बात पर जोर दिया कि देश की आजादी में हर समुदाय का योगदान रहा है, जिसमें मुसलमान भी शामिल हैं। उन्होंने कहा, “मुसलमानों ने भी आजादी के लिए कुबार्नी दी थी, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।” तेजस्वी ने संविधान का हवाला देते हुए कहा कि इसमें हर धर्म को समानता और मान्यता का अधिकार दिया गया है, जिसे कोई छीन नहीं सकता।
बिहार के मुख्यमंत्री पर निशाना
तेजस्वी यादव ने अपने बयान में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि हाल ही में बिहार विधानसभा में बीजेपी के एक विधायक ने मुसलमानों से वोटिंग का अधिकार छिनने की बात कही थी, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मुद्दे पर चुप रहे। तेजस्वी ने इसे आश्चर्यजनक बताते हुए कहा कि नीतीश कुमार जैसे अनुभवी नेता से ऐसी चुप्पी की उम्मीद नहीं थी। तेजस्वी यादव के बयान से स्पष्ट है कि असम में शुक्रवार की नमाज पर रोक लगाने का फैसला राजनीतिक विवाद का केंद्र बन गया है। उन्होंने इस फैसले को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की कड़ी आलोचना की और उन्हें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ‘चाइनीज वर्जन’ कहा। तेजस्वी ने यह भी स्पष्ट किया कि मुसलमानों के अधिकारों को कोई नहीं छीन सकता, और बीजेपी पर समाज में नफरत फैलाने का आरोप लगाया। इस मुद्दे पर आगे क्या प्रतिक्रिया होती है, यह देखने वाली बात होगी।