बिहार के इंडरमीडिएट स्कूल बनेगें कोरोना का टीका सेंटर, बच्चों का कैंपस में होगा वैक्सीनेशन
पटना। 15 से 18 वर्ष के स्टूडेंट्स के वैक्सीनेशन को लेकर स्कूलों में तैयारी चल रही है। उच्च और इंटरमीडिएट स्तर के स्कूलों को सेंटर बनाया जाएगा जिसे वैक्सीनेशन के दिन चित्रकला और रंगोली से सजाया जाएगा। कोरोना की तीसरी लहर और बच्चों में खतरे को लेकर शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार राज्य के सभी डीएम और सिविल सर्जन के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारियों को जारी आदेश में कहा है कि अलर्ट मोड पर बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर स्कूलों में तैयारी की जाए।
ऐसे बनाए जाएंगे सेंटर
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने आदेश में कहा है कि वैक्सीनेशन सत्रों का आयोजन प्राथमिकता के आधार पर उच्च एवं इंटरमीडिएट विद्यालय स्तर पर किया जाएगा। यहां स्टूडेंट्स को क्रमबद्ध तरीके से टीका दिया जाएगा। सेंटर पर टीकाकरण के लिए पर्याप्त मानव बल की तैनाती की जाएगी। टीकाकरण के दिन कैंपस को कोविड विषय पर चित्रकला और रंगोली से सजाया जाएगा। टीकाकरण सत्र के दिन स्टूडेंट्स की उपस्थिति के लिए संबंधित विद्यालय स्तर पर सत्र आयोजन से पूर्व शिक्षक एवं अभिभावक की बैठक की जाएगी।
वैक्सीनेशन से पहले तैयार होगा वर्क प्लान
वैक्सीनेशन की सफलता को लेकर प्रखंड स्तर पर प्लान तैयार किए जा रहे हैं। वर्क प्लान के आधार पर वैक्सीनेशन के काम में तेजी आएगी। कम से कम समय में सभी रजिस्टर्ड बच्चों को टीका देने के लिए पूरी योजना बनाई जा रही है। इसके लिए विद्यालय में आयोजित किए जाने वाले सत्रों पर पर्याप्त संख्या में वैक्सीनेटरों और वेरीफायरों को लगाया जाएगा। 15 से 18 वर्ष के बच्चों को केवल COVAXIN टीका के दो खुराक 28 दिन के अंतराल पर दिया जाएगा।
2007 के बाद पैदा हुए बच्चों का वैक्सीनेशन नहीं
शिक्षा विभाग ने आदेश में कहा है कि 2007 के बाद पैदा हुए बच्चों को टीका नहीं दिया जाएगा। जो 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के होंगे यानी जिनका जन्म वर्ष 2007 या इससे पूर्व हुआ है। ऐसे बच्चों को ही टीका दिया जाना है। ऐसे छात्र एक जनवरी 2022 से कोविन पोर्टल पर ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। जो ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाएंगे। उन्हें 3 जनवरी 2022 से टीकाकरण के लिए चलाए जाने वाले सेंटर पर वॉक इन कर भी टीकाकरण के लिए रजिस्टर्ड किया जाएगा।
बंद स्कूलों के कैंपस में होगा टीकाकरण
शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है कि शीतकालीन अवकाश या फिर करोना संक्रमण के कारण स्कूलों के बंद होने की स्थिति में संबंधित स्कूल के कैंपस में टीकाकरण सत्र का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए संबंधित स्कूल के शिक्षकों का सहयोग लिया जा सकता है। प्रत्येक प्रखंड के किसी भी एक विद्यालय में 3 जनवरी को बड़े स्तर पर कार्यक्रम का शुभारंभ किया जाए। जिन विद्यालय को टीका केंद्र बनाया जाएगा वहां लाभार्थियों की संख्या के अनुसार टीका कर्मी और टीका, सिरिंज की व्यवस्था करने को कहा गया हविद्यालयों में टीकाकरण केंद्र बनाए जाने का प्रचार प्रसार भी कराया जाएगा। संबंधित विद्यालय में टीकाकरण से एक दिन पहले बच्चों द्वारा प्रभात फेरी निकाली जाएगी। टीकाकरण की सफलता के लिए डीएम की अध्यक्षता में स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों एवं कर्मियों के साथ समन्वय बैठक की जाएगी। इसके लिए प्रत्येक विद्यालय स्तर पर एक शिक्षक को नोडल नामित किया जाएगा। टीकाकृत किए गए बच्चों की सूची तैयार कर प्रत्येक विद्यालय में रखी जाएगी।