मुख्यमंत्री ने स्कूलों की छुट्टियों में कटौती का किया समर्थन, बोले- इसमें गलत क्या है, बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए
- इंडिया गठबंधन की आगामी रणनीति पर बोले नीतीश, बापू की जयंती पर हमलोग एक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम आयोजित करेंगे
- नीतीश बोले- विपक्षी एकता से डरकर, वे लोग समय से पहले देश में चुनाव कर देंगे
- तेजस्वी बोले- ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ से पहले देश में ‘वन नेशन, वन इनकम’ की बात होनी चाहिए
पटना। शनिवार को बिहार की राजधानी पटना में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय दरोगा प्रसाद राय की जयंती के अवसर पर एक राजकीय समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री समेत बिहार सरकार के कई मंत्रियों ने दरोगा प्रसाद राय की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। वही कार्यक्रम की समाप्ति के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में छुट्टियों की कटौती को लेकर चल रहे सियासत पर विराम लगाया है। पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी विद्यालयों से छुट्टियों की कटौती करने का फैसला एकदम सही है। हम तो शुरू से चाह रहे हैं कि बिहार के बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा मिले इसके लिए हम लोगों ने काफी सारी योजनाएं बनाई हैं और काफी सारी योजनाओं पर काम भी चल रहा है। बता दे की बिहार में शिक्षा विभाग की ओर से जारी हालिया आदेश में रक्षाबंधन, तीज, जिउतिया, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, गुरु नानक जयंती जैसे प्रमुख तीज-त्योहारों की छुट्टियाँ रद्द कर दी गई हैं। वहीं दिवाली से छठ के बीच होने वाली छुट्टियों में कटौती की गई है। इसका व्यापक स्तर पर शिक्षक और आम लोग भी विरोध कर रहे हैं। वहीं भाजपा ने इसे हिंदुओं के खिलाफ बिहार की नीतीश सरकार की साजिश करार दिया है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था कि हिंदुओं की छुट्टियों में कटौती इस बात का सूचक है कि यहां की सरकार बिहार में शरिया कानून लागू करना चाहती है। बिहार भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी और नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने भी इसे नीतीश सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति करार दिया है। उन्होंने कहा कि एक ओर मुस्लिमों से जुड़ी चेहल्लुम जैसी छुट्टी बरकरार रखी गई है और हिंदुओं के तीज त्योहारों को चुन चुन कर छुट्टी से हटाया गया है।
बापू की जयंती पर हम एक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम आयोजित करेंगे : सीएम नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश ने यह भी कहा कि आईएनडीआईए की बैठक बहुत ही अच्छी रही है। अब हम सब मिलकर लड़ेंगे। उन्होंने बताया कि 5 तरह के कामों के लिए कमेटी बन गई है। केंद्र सरकार बहुत कुछ कर रही है, लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एकसाथ कराने की बात हो रही है। ये तो पहले भी होता था, ये बहुत अच्छा है। बहुत सी चीजें पहले होती थीं, जनगणना भी हर 10 साल में होती थी, लेकिन आपने (भाजपा) नहीं कराया, ये तो होना चाहिए था। कल इन सब पर भी बात हुई। सीएम नीतीश ने कहा कि मुझे पहले से ही शक है कि ये पहले चुनाव करा देंगे। विपक्ष की एकता से ये खतरा महसूस कर रहे हैं। केंद्र सरकार बहुत घबराहट में है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ और भारत गठबंधन की बैठक के मुद्दे पर कहा कि सीटों के बंटवारे में कोई समस्या नहीं है। इस पर चर्चा (गठबंधन के भीतर) जल्द ही शुरू होगी। 2 अक्टूबर को बापू की जयंती पर हम एक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
तेजस्वी बोले- ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ से पहले देश में ‘वन नेशन, वन इनकम’ की बात होनी चाहिए
इधर, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता जो मजबूत विकल्प चाहती थी, वो विकल्प हम तैयार कर रहे हैं। समन्वय समिति (गठबंधन की) भी बन गई है। ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ से पहले उन्हें ‘वन नेशन, वन इनकम’ करनी चाहिए। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि पहले लोगों के साथ आर्थिक न्याय करें। वे (भाजपा) पूरे देश पर कब्जा करना चाहते हैं। तेजस्वी ने कहा कि बाद में वे (भाजपा) कहेंगे कि ‘एक राष्ट्र एक नेता’, ‘एक राष्ट्र एक पार्टी। वे किस रास्ते पर जा रहे हैं? ‘एक राष्ट्र, एक धर्म’, ये बेकार की बातें हैं। जहां भी बीजेपी आॅपरेशन लोटस कर रही थी उसके आॅपरेशन को चकनाचूर बिहार की धरती ने किया। बड़ी खुशी की बात है जब हम लोग एक साथ हुए थे तो हम लोगों ने इस समय यह कह दिया था कि देश में सबको एक साथ जोड़ना है। अब हम लोगों का यही पल रंग लाया मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू जी ने इसमें काफी सहयोग किया। इसके बाद सभी लोगों ने इस पर समर्थन दिया कि अब हम लोगों को एक होना पड़ेगा नहीं तो देश की जनता हम लोगों को कभी माफ नहीं करेगी। तेजस्वी यादव ने कहा कि -बीजेपी तभी से जब से हम लोग बिहार में अपना सरकार बनाए हैं डरी हुई है। उसके अंदर घबराहट और बेचैनी है जाहिर सी बात है यह होना भी चाहिए कि उनको अब सही चुनौती मिल रहा। देश की जनता जो मजबूत विकल्प चाहती थी अब वह विकल्प हम लोग तैयार कर रहे हैं। मुंबई की बैठक में कोआर्डिनेशन कमिटी भी बन गई इसके अलावा चार जो अन्य कमेटी है उसका भी गठन कर लिया गया। अब जो भी निर्णय कमेटी में आएगा जो झंडा होगा उसे पर सामूहिक रूप से निर्णय लिया जाएगा। हम लोगों का एकमात्र मकसद है भाजपा जो नौजवानों के हाथ में तलवार पकड़ना चाहती है और हम लोग कलम पकड़ना चाहते हैं। इससे कोई फायदा नहीं होने वाला है। इसलिए बात अगर होनी चाहिए तो लोगों की आर्थिक आय की होनी चाहिए वन नेशन- वन इनकम की बात होनी चाहिए।