दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड निर्माण कार्य का मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण, बिहटा में जाम को लेकर दिए दिशा-निर्देश
पटना। बिहार में आधारभूत संरचना के विकास के लिए चल रहे प्रयासों के तहत दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड और बिहटा में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण को प्राथमिकता दी जा रही है। इस सिलसिले में मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने बिहटा में निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और जाम से निपटने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी राजीव मिश्रा, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। बिहटा, जो पटना के पास एक उभरता हुआ शहरी केंद्र है, में बढ़ती यातायात समस्याएं स्थानीय निवासियों और यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी हैं। दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड के निर्माण के कारण जाम की स्थिति और अधिक गंभीर हो गई है। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को इस समस्या से निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने बिहटा चौक और उसके आसपास के क्षेत्रों में निरीक्षण कर जाम की समस्या का आकलन किया। बिहटा चौक पर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है, जिससे फोर-लेन रोड और अन्य परियोजनाओं के काम में तेजी आएगी। निर्माण एजेंसियों को 45 से 60 दिनों में कार्य पूरा करने के लिए निर्देशित किया गया है।
दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड: एक बड़ी परियोजना
दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड देश का सबसे लंबा रेलवे रोड बनने जा रहा है। यह परियोजना न केवल स्थानीय यातायात समस्याओं को हल करेगी बल्कि क्षेत्र में व्यापार और कनेक्टिविटी को भी बढ़ावा देगी। इस रोड के चालू होने से पटना और बिहटा के बीच यात्रा का समय कम होगा और क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बल मिलेगा। मुख्य सचिव ने बताया कि किसानों ने सहमति से जमीन अधिग्रहण में सहयोग दिया है और मुआवजा सरकारी नियमों के अनुसार दिया जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा: प्रगति और चुनौतियां
बिहटा में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बिहार के विकास के लिए एक बड़ा कदम है। हालांकि, इसके लिए जमीन अधिग्रहण बड़ी चुनौती बन गई है। कोरहर, देवकुली, और गोखुलपुर गांवों के किसानों और ग्रामीणों ने जमीन अधिग्रहण का विरोध किया है। अमृतलाल मीणा ने इन गांवों का दौरा कर स्थानीय अधिकारियों से बातचीत की और समस्या के समाधान के लिए कदम उठाने को कहा। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में कोई बड़ी अड़चन नहीं आएगी और किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा।
फोर-लेन रोड का निर्माण
बिहटा से परेव तक फोर-लेन रोड का निर्माण भी विकास योजना का हिस्सा है। इस परियोजना से न केवल बिहटा बल्कि इसके आसपास के क्षेत्रों में आवागमन में सुधार होगा। निर्माण कार्य तेजी से शुरू करने के लिए संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिया गया है।
विकास परियोजनाओं का महत्व
इन सभी परियोजनाओं का उद्देश्य क्षेत्रीय विकास को गति देना है। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और एलिवेटेड रोड परियोजना से व्यापार, उद्योग, और निवेश के नए अवसर पैदा होंगे। निर्माण कार्यों और नई सुविधाओं के कारण क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। जाम की समस्या से निजात मिलने से लोगों की दैनिक जिंदगी आसान होगी। बड़ी विकास परियोजनाओं के साथ अक्सर चुनौतियां भी आती हैं। ग्रामीणों का विरोध, भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया, और निर्माण कार्य में देरी प्रमुख समस्याएं हैं। प्रशासन को स्थानीय जनता के साथ संवाद बढ़ाना होगा ताकि उनकी चिंताओं का समाधान किया जा सके। मुआवजा प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाना किसानों का विश्वास जीतने में सहायक होगा। दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे जैसी परियोजनाएं क्षेत्र की आधारभूत संरचना में क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता रखती हैं। मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा का निरीक्षण इस बात का संकेत है कि सरकार इन परियोजनाओं को लेकर गंभीर है। इन परियोजनाओं के पूरा होने से बिहटा न केवल पटना बल्कि पूरे बिहार के विकास का नया केंद्र बन सकता है।