जनता दरबार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री 51 लोगों की सुनी फरियाद, दिए आवश्यक दिशा निर्देश
- सुपौल की महिला की शिकायत सुनकर बोले नीतीश, दिखवाइए इसको इसका पति घर से निकाल दिया है
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को 4, देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में शामिल हुए। ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 51 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग, निर्वाचन विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग एवं संसदीय कार्य विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुई।
सुपौल की महिला की शिकायत सुनकर बोले नीतीश, दिखवाइए इसको इसका पति घर से निकाल दिया है
सोमवार को आयोजित जनता दरबार कार्यक्रम के दौरान सहरसा से एक महिला अपनी शिकायत लेकर पहुंची। इसके बाद शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अचंबे में पड़ गए और उन्होंने प्रमुख सचिव एस सिद्धार्थ को इस मामले को लेकर देखने को कहा। सुपौल जिले से आयी एक महिला फरियादी में ने मुख्यमंत्री से फरियाद करते हुए कहा कि उनके शिक्षक पति द्वारा पत्नी और बच्चे को छोड़ दिया गया है, जिससे मैं दर-दर की ठोकर खा रही हूं। वही तब मुख्यमंत्री ने कहा कि देखिए, यह बच्ची है। इसका पति इसको घर से निकाल दिया है। इसे एक बच्ची भी है। दिखवाइए इसको देखिए कितना कम उम्र है इसका। इसकी मदद करवाइए। मुख्यमंत्री के आदेश पर गृह विभाग के एसीएस ने कहा कि इस मामले को तुरंत दिखवाते हैं।
शिकायत सुनकर भड़के सीएम, कहा- हम इनको जानबे करते थे, पुराने आदमी है, देखिए जरा
वही सीएम ने पास एक फरियादी अपनी शिकायत लेकर बक्सर से पहुंचे और अपना परिचय देते हुए कहा कि सर हम रेलवे में थे। जिसके बाद सीएम ने उनको टोकते हुए कहा कि आप रेलवे में थे। उसके बाद फरियादी ने कहा जी सर, आप हमको जानते हैं, जब आप बीआईटी में थे तो आपको सामान पहुंचाने आते थे। हमारा घर तो कुछ लोग तोड़ दिया है, सामान लूट किया है और घर को तोड़ कर बालू गिट्टी छोड़ दिया है। हम इसका शिकायत करने जाते हैं तो कोई नहीं सुनता है उसका एक बेटा पुलिस में दारोगा है। इसलिए कोई नहीं सुनता है। उसके बाद सीएम ने पास खड़े अधिकारी को डीजीपी को फ़ोन लगाने का निर्देश दिया। सीएम ने डीजीपी से बात करते हुए कहा कि बक्सर से आए है एनके चौबे जी इनका क्या है इनका मकान तोड़ना कब्जा करना और जान से मारने की धमकी देने की संबंध में शिकायत किए हैं। सबसे बड़ी बात है क्या है। वह है उसका आदमी जो है वह पुलिस में है। यानी पुलिस वाला ही है और वही उनके साथ गलत काम कर रहा है। समझ गए ना आप सारी बात। शिकायत करने वाले रेलवे में थे रेलवे में अधिकारी थे। अरे हम इनको जानबे करते थे कि पुराने आदमी थे। जब हम कॉलेज में थे तब के यह हमारे आदमी हैं तुरंत देखिए।
गोपालगंज का फरियादी बोला, मेरे मकान पर किराएदारो कब्ज़ा कर लिया, सीएम बोले, इसको देखिये
गोपालगंज जिले से आए एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि मेरे निजी मकान में रह रहे किराएदार द्वारा अनुचित हक जताया गया है, इसके लिए थाने में मामला दर्ज कराए जाने के बाद भी प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
भागलपुर से आया युवक बोला- दबंगों द्वारा मेरी निजी जमीन पर कब्ज़ा कर लिया गया है
भागलपुर जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुये कहा कि दबंगों द्वारा मेरी निजी जमीन को जबरन उनके नाम रजिस्ट्री कराने का दबाव बनाया जा रहा है और नहीं करने पर धमका रहे हैं। भागलपुर जिले से ही आये एक अन्य बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि मेरी निजी जमीन पर पड़ोसियों द्वारा जबरन मकान बनाया गया है। इसकी शिकायत करने के बाद भी किसी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
बुजुर्ग महिला बोली, मेरे पति विकलांग हैं, ससुर की हत्या हुई, अब जमीन हड़पा जा रहा है
सहरसा जिले से आयी एक बुजुर्ग महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मैं बूढ़ी हूं, मेरे पति विकलांग हैं, मेरे ससुर की हत्या कर दी गई और दबंगों द्वारा मेरी जमीन को हड़पने को लेकर प्रताड़ित किया जा रहा है। मामले की शिकायत किए जाने के बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
जनता दरबार कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता, खान एवं भूतत्व मंत्री डॉ. रामानंद यादव, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक आरएस भट्ठी, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना राजीव मिश्रा, उपविकास आयुक्त, पटना तनय सुल्तानिया उपस्थित थे।