PATNA : उलार्क सूर्य मंदिर में हर्षोल्लास के साथ होगा छठ पर्व, लोगों के बीच खुशी का माहौल

- छठ पूजा का आयोजन को लेकर एसडीओ ने की बैठक
दुलहिन बाजार। शुक्रवार को पटना के दुलहिन बाजार प्रखंड क्षेत्र के उलार गांव स्थित द्वापरकालीन प्रसिद्ध उलार्क सूर्य मंदिर परिसर में कार्तिक छठ पूजा के आयोजन को लेकर पालीगंज एसडीओ की ओर से एक बैठक बुलाई गई। इस दौरान कोरोना के बाद पहली बार छठ पर्व के आयोजन का निर्णय लिए जाने से आसपास के ग्रामीणों के बीच खुशी का माहौल है।
पालीगंज एसडीओ मुकेश कुमार की ओर से आयोजित बैठक की अध्यक्षता मंदिर के संरक्षक सह प्रधान पुजारी अवध बिहारी दासजी महाराज ने किया। बैठक में मौजूद पदाधिकारियो, सामाजिक कार्यकर्ताओं व जन प्रतिनिधियों ने विचार विमर्श कर सर्वसम्मति से छठ पूजा के आयोजन कराने का निर्णय लिया। मौके पर मौजूद संबंधित विभागों के अधिकारियों को छठ व्रतियों को सुविधा मुहैया कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई। वहीं जन प्रतिनिधियों ने भी अपनी सहमति जताते हुए इच्छानुसार पूजा के आयोजन में सहयोग करने की बात कही। जबकि सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी छठ व्रतियों को सुविधा उपलब्ध कराने की इच्छा जताते हुए आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लेने की बात कही। वहीं बैठक में लिए गए निर्णय के बाद आसपास के लोगों के बीच खुशी का माहौल बन गया है। कोरोना के बाद पहली बार मंदिर परिसर में छठ पूजा के आयोजन को लेकर ग्रामीणों के बीच काफी उत्साह है।

मौके पर मंदिर के संरक्षक सह प्रधान पुजारी अवध बिहारी दासजी महाराज ने बताया कि प्रत्येक वर्ष कार्तिक छठ पूजा के दौरान मंदिर परिसर में दस लाख से भी अधिक भीड़ होती है। जिनकी व्यवस्था में स्थानीय ग्रामीणों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, जन प्रतिनिधियों, दुलहिन बाजार प्रखंड प्रशासन, पालीगंज अनुमंडल प्रशासन सहित पटना जिला प्रशासन की ओर से भी सहयोग मिलता रहा है। इस वर्ष भी भीड़ होने की संभावना को देखते हुए उन्होंने प्रशासन से सहयोग की मांग किया है। वहीं पालीगंज एसडीओ मुकेश कुमार ने बताया कि इस वर्ष उलार धाम स्थित प्रसिद्ध मंदिर परिसर में कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए छठ पर्व का आयोजन हर्षोउल्लास के साथ किया जाएगा।
मौके पर पालीगंज एसडीओ मुकेश कुमार, डीएसपी आईपीएस अवधेश दीक्षित, दुलहिन बाजार बीडीओ, आईएएस प्रदीप कुमार, सीओ नागेन्द्र कुमार, थानाध्यक्ष अशोक कुमार, पीएचसी प्रभारी सावित्री कुमारी, मंदिर के सहायक पुजारी आनंद बाबा, सोपाल जी सहित अन्य लोग मौजूद थे।