पटना सिटी में अंतिम चरण में छठ की तैयारी: तैनात रहेंगे मजिस्ट्रेट, सुरक्षा के लिए होगी बैरिकेडिंग
पटना। राजधानी के पटना सिटी में छठ महापर्व की तैयारियाँ जोरों पर हैं। यह पर्व बिहार और उत्तर भारत के कई हिस्सों में धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु अपने इष्टदेव सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने घाटों पर आते हैं। व्रतियों की भीड़ को देखते हुए प्रशासनिक व्यवस्था और सुरक्षा इंतजामों को पुख्ता किया जा रहा है। सभी घाटों पर साफ-सफाई का काम लगभग पूरा हो चुका है और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी प्रमुख घाटों पर विशेष इंतजाम किए गए हैं।
घाटों की तैयारी और सुरक्षा व्यवस्था
पटना सिटी के कंगन घाट, टेढ़ी घाट, मिर्ची घाट, खाजेकला घाट और झाउगंज घाट पर सफाई कार्य और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया है। जिला प्रशासन और अनुमंडल पदाधिकारियों ने घाटों का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। हर घाट पर बैरिकेडिंग, लाइटिंग और चेंजिंग रूम जैसी बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, घाटों पर मजिस्ट्रेटों की तैनाती भी की जा रही है, ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो। अनुमंडल पदाधिकारी सत्यम सहाय के अनुसार, कंटाही घाट को दलदल के कारण खतरनाक श्रेणी में रखा गया है। इस घाट पर जलस्तर कम होने का इंतजार किया जा रहा है ताकि श्रद्धालु बिना किसी खतरे के यहां पूजा कर सकें। खाजेकला के पश्चिम और चित्रगुप्त घाट पर हुडको के निर्माण कार्यों के कारण यहां सुरक्षा के मद्देनजर लाल कपड़े से बैरिकेडिंग की गई है, ताकि श्रद्धालु इन जगहों से दूर रहें।
सड़कों की मरम्मत और पहुंच मार्ग की व्यवस्था
छठ महापर्व पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने घाटों तक पहुंचने वाली सड़कों को भी दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया है। मार्ग की मरम्मत और सुरक्षा के लिहाज से रास्तों पर बैरिकेडिंग और लाइटिंग का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इससे श्रद्धालु आसानी से और सुरक्षित तरीके से घाटों तक पहुँच सकेंगे।
विशेष सुरक्षा बलों की तैनाती और आपातकालीन सेवाएँ
भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी प्रकार की दुर्घटना को रोकने के लिए घाटों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही है। मजिस्ट्रेटों की तैनाती के साथ-साथ पुलिसकर्मियों को भी घाटों पर उपस्थित रखा जाएगा। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए आपातकालीन सेवाओं की व्यवस्था भी की गई है। फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस जैसे वाहनों को तैयार रखा गया है, ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में तुरंत सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
प्रशासन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देश
घाटों पर पानी की गहराई और दलदल की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। कंटाही घाट पर दलदल के कारण यहां पूजा न करने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, खाजेकला के पश्चिम और चित्रगुप्त घाट के पास के क्षेत्र को असुरक्षित घोषित किया गया है, जहां निर्माण कार्य चल रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए इन स्थानों पर लाल कपड़े से बैरिकेडिंग की गई है, ताकि लोग वहां जाने से परहेज करें।
छठ पर्व के महत्व और प्रशासन की जिम्मेदारी
छठ पर्व का बिहार में विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। इस पर्व के दौरान लाखों श्रद्धालु अपनी आस्था के प्रतीक सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। पर्व की विशालता और इसके प्रति लोगों की श्रद्धा को देखते हुए प्रशासन पर भी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। हर साल छठ के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए, प्रशासन को सुव्यवस्थित और सुरक्षित तरीके से व्यवस्था करने की चुनौती रहती है। इस बार भी प्रशासन ने सभी तैयारियों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता दिखाई है। छठ महापर्व पर पटना सिटी में घाटों की तैयारियों का यह नजारा पूरे आयोजन को एक समर्पित और संगठित रूप देने का प्रयास है। प्रशासन की तरफ से किए जा रहे इन उपायों से श्रद्धालु बिना किसी चिंता के अपनी धार्मिक आस्था को पूरा कर सकेंगे।