छपरा जहरीली शराबकांड में एक्शन में प्रशासन, अबतक 155 लोगों को किया गया गिरफ्तार
पटना। बिहार के छपरा जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से पिछले तीन दिन में सात लोगों की मौत हो गई। एसपी संतोष कुमार ने इसकी पुष्टि की है। वहीं पुलिस ने जहरीली शराबकांड मामले में अब तक 155 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब डीएम राजेश मीणा ने मढ़ौरा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी इंद्रजीत बैठा को शो कॉज नोटिस जारी किया है। डीएम ने 48 घंटे के अंदर अपना स्पष्टीकरण पुलिस अधीक्षक के माध्यम से देने को कहा है। वहीं डीएम व एसपी ने संयुक्त आदेश देकर मढ़ौरा एसडीओ, मकेर, अमनौर, गड़खा, इसुआपुर, पानापुर, मशरक, तरैया एवं परसा के सीओ, थानाध्यक्ष समेत संबंधित अधिकारियों को स्वयं आसपास के थाना से समन्वय स्थापित कर संयुक्त टीम बनाकर सभी संभावित जगहों पर छापेमारी कर अवैध शराब की बरामदगी व गिरफ्तारी करने का निर्देश दिया गया है। डीएम राजेश मीणा ने मढ़ौरा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी इंद्रजीत बैठा को भेज शो कॉज नोटिस में कहा है कि क्यों नहीं कर्तव्य में लापरवाही, उदासीनता, वरीय पदाधिकारियों के आदेश की अवहेलना और सरकार के मद्य निषेध अभियान को विफल कराने का प्रयास करने के आरोप में आप के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई के लिए सरकार को प्रतिवेदित किया जाये।
जहरीली शराबकांड मामले में पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने कहा कि मसुधी इलाके में 10 अगस्त से अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। ग्रामीणों का दावा है कि इन लोगों ने जहरीली शराब पी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत के कारणों के बारे में पता चल सकता है। उन्होंने बताया कि शराब बेचने वाले संदिग्धों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। दरअसल पिछले सप्ताह इसी जिले में शराब पीने से 11 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग बीमार हो गए थे। पिछले सप्ताह की घटना मेकर थाना अंतर्गत आने वाली फुलवरिया पंचायत की है। इस मामले में थाने के प्रभारी और स्थानीय चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है। वही इसके पहले छपरा जिले के भुआलपुर में हुई संदिग्ध मौतों के बाद मृतक लालबाबू साह की पत्नी विमला देवी ने मढ़ौरा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है। दर्ज प्राथमिकी में उसने गांव के ही उर्मिला देवी उर्फ डुगरनी कुंवर तथा उसके बेटे बिरू कुमार पर गांव में शराब बेचने का आरोप लगाया है।