चेहल्लुम पर शिया समुदाय का निकला दुलजना
पटना सिटी। चेहल्लुम के मौके पर शिया समुदाय के द्वारा मंगलवार को दिन में दुलजना निकाला गया। बावली मस्जिद से निकाले गए दुलजना को लोग बिस्कुट, ब्रेड याफ खिला रहे थे। मान्यता है कि किसी के साथ से ढ़िया दुलजना खा लेता है तो उसकी मुराद पूरी होती है। दुलजना के आगे बड़ी संख्या में शिया समुदाय के लोग काले कपड़े में शोक का इजहार करते चल रहे थे। दुलजना कि सेवा गुजरी बाजार लाल कोठी के लाल साहेब और उनके परिवार के युवा कर रहे थे। दुलजना का जुलूस पश्चिम दरवाजा, बेलवरगंज, पुरानी सिटीकोर्ट होते नौजरघाट इमामबाड़ा जाकर समाप्त हुआ। इसमें असगर अली, डॉ सिकंदर अली, शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन इरशाद अली आजाद, जौहर इमाम जॉनी, सैयद शागिर हुसैन, नौशाद अली मुन्ना, संजर अली सैयद मेहंदी जानू आदि शामिल थे। मान्यता है कि कर्बला में हजरत इमाम हुसैन के शहादत के बाद दुलजना (उनका प्यार घोड़ा) खून को शरीर मे लगा वहां पहुंचा, जहां हजरत के परिवार की महिलाएं थीं। तभी उन सबों को उनके शाहिद होने की जानकारी मिली। इसी याद में प्रतीक के रूप में दुलजना निकाला जाता है।
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