December 22, 2024

जदयू के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए अशोक चौधरी, चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री ने बड़ी जिम्मेदारी

पटना। हाल ही में अपने पोस्ट को लेकर कंट्रोवर्सी में रहे ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी का संगठन में प्रमोशन हुआ है। राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के निर्देश पर उन्हें पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव पद की जिम्मेदारी दी गई है। अभी वो नीतीश कैबिनेट में मंत्री हैं। वो संगठन में पहले से ही झारखंड के प्रभारी की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। गुरुवार को अशोक चौधरी को यह जिम्मेदारी देते हुए पत्र जारी किया गया है। लिखा गया है कि, माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष, जनता दल (यूनाइटेड) श्री नीतीश कुमार, (मुख्यमंत्री बिहार) ने तत्काल प्रभाव से अशोक चौधरी (मंत्री, बिहार सरकार) को जनता दल (यूनाइटेड) का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है। अशोक चौधरी अभी बिहार सरकार में मंत्री हैं। उनके पास अभी ग्रामीण कार्य विभाग की जिम्मेदारी है। तीन दिन पहले ही नीतीश कुमार ने लालू यादव का साथ छोड़कर जदयू में शामिल हुए श्याम रजक को भी पार्टी का महासचिव बनाया था। अब अशोक चौधरी को भी जिम्मेदारी सौंपी है। दोनों महादलित जाति से आते हैं। ऐसे में नीतीश कुमार के इस निर्णय को दलित कार्ड के तौर पर भी जोड़कर देखा जा रहा है। नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव के बाद लगातार दलित नेताओं को पार्टी में जोड़ने के साथ दलित नेताओं का कद पार्टी में बढ़ा रहे हैं। संतोष सुमन के मंत्री बनने के बाद भी रत्नेश सदा की कैबिनेट में एंट्री हो या फिर श्याम रजक को पार्टी जॉइन कराना हो। नीतीश लगातार दलित वोटर्स के बीच अपनी पैठ बनाने में जुटे हुए हैं। तीन दिन पहले ही नीतीश कुमार ने लालू यादव का साथ छोड़कर जदयू में शामिल हुए श्याम रजक को भी पार्टी का महासचिव बनाया था। अब अशोक चौधरी को भी जिम्मेदारी सौंपी है। दोनों महादलित जाति से आते हैं। तीन दिन पहले ही नीतीश कुमार ने लालू यादव का साथ छोड़कर जदयू में शामिल हुए श्याम रजक को भी पार्टी का महासचिव बनाया था। अब अशोक चौधरी को भी जिम्मेदारी सौंपी है। दोनों महादलित जाति से आते हैं। संजय झा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद पिछले महीने अगस्त को राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन नए सिरे से किया गया था। इसमें ललन सिंह के कई करीबी नेताओं का पत्ता काटा गया था। इस टीम में संजद झा ने अपने हिसाब से अपने करीबी नेताओं को सेट किया था। बता दें कि मंत्री अशोक चौधरी सीएम नीतीश कुमार के करीबी नेताओं में से एक माने जाते हैं। बीते मंगलवार को उन्होंने एक्स पर एक ‘कविता’ लिखी ‘बढ़ती उम्र में इन्हें छोड़ दीजिए’। इस पोस्ट को सियासी गलियारे में सीएम नीतीश कुमार से जोड़कर देखा जाने लगा। इसके बाद अशोक चौधरी को सीएम आवास से बुलावा भी आ गया। अशोक चौधरी के इस ट्वीट को लेकर प्रदेश में जमकर राजनीति हुए। राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख और राज्य सभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने तो साफ कहा कि यह आपत्तिजनक पोस्ट है। आरजेडी समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने भी इस पोस्ट को लेकर बयान दिया था। हालांकि मंत्री अशोक चौधरी ने यह साफ कहा कि पोस्ट से सीएम नीतीश कुमार का कोई लेना देना नहीं है। मंत्री अशोक चौधरी ने दोबारा ‘एक्स’ पर लिखा, “कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना, तो सुनी सुनाई बातों पर ध्यान देना। छोड़ दीजिए।

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