अवधेश नारायण सिंह ने संभाला विधान परिषद के कार्यकारी सभापति का पदभार, सीएम ने दी बधाई

पटना। अवधेश नारायण सिंह ने शुक्रवार को बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति का पदभार ग्रहण किया। भाजपा के वरिष्ठ नेता और गया स्नातक क्षेत्र से विधान पार्षद अवधेश नारायण सिंह इससे पहले भी विधान परिषद के सभापति रह चुके हैं और अब एक बार फिर से उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अवधेश नारायण सिंह को गुलदस्ता देकर पदभार संभालने की बधाई दी। इस समारोह में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा समेत बिहार मंत्रिमंडल के कई अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। इनमें विधान परिषद के पूर्व सभापति देवेश चंद्र ठाकुर, नीतीश मंत्रिमंडल के सदस्य विजय कुमार चौधरी और विजेंद्र यादव सहित कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे। पूर्व सभापति देवेश चंद्र ठाकुर के लोकसभा चुनाव में सीतामढ़ी से विजयी होने के कारण उन्होंने सभापति पद से इस्तीफा दे दिया था, जिससे यह पद खाली हुआ। अवधेश नारायण सिंह तीन बार के एमएलसी हैं और वे नीतीश सरकार में अप्रैल 2008 से नवंबर 2010 तक श्रम संसाधन मंत्री रह चुके हैं। साथ ही, उन्होंने पूर्व में भी विधान परिषद के सभापति की जिम्मेदारी संभाली है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल 75 वर्षीय अवधेश नारायण सिंह का लंबा राजनीतिक अनुभव है और वे पिछले चार दशकों से भी अधिक समय से राजनीति में सक्रिय हैं। वर्तमान में वे गया स्नातक क्षेत्र से विधान पार्षद हैं। अवधेश नारायण सिंह को कार्यकारी सभापति बनाए जाने के बाद बधाई देने वालों का तांता लग गया है। उनके परिवार के कई सदस्य भी इस दौरान मौजूद रहे और निकटस्थ लोगों ने उन्हें बधाई दी। बिहार विधान मंडल के अगले सत्र में अवधेश नारायण सिंह अब अपनी नई भूमिका में नजर आएंगे। अवधेश नारायण सिंह के अनुभव और नेतृत्व कौशल को देखते हुए, उनसे उम्मीद की जा रही है कि वे विधान परिषद के कार्यकारी सभापति के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान महत्वपूर्ण योगदान देंगे। उनके नेतृत्व में विधान परिषद का कामकाज और भी सुचारू और प्रभावी ढंग से चलेगा। उनके समर्पण और राजनीतिक सूझबूझ से विधान परिषद के कार्यों में नयी दिशा और गति मिलेगी। अवधेश नारायण सिंह का कार्यकारी सभापति के रूप में पदभार ग्रहण करना बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना है। उनके अनुभव और नेतृत्व कौशल से न सिर्फ विधान परिषद बल्कि बिहार की पूरी राजनीतिक व्यवस्था को लाभ मिलेगा। इस नई जिम्मेदारी के साथ अवधेश नारायण सिंह ने एक बार फिर साबित किया है कि वे भाजपा के वरिष्ठ और विश्वसनीय नेताओं में से एक हैं। उनकी इस नई भूमिका में सफलता की कामना करते हुए, बिहार की जनता और राजनीतिक जगत उन्हें शुभकामनाएं दे रहा है।

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