नीट परीक्षा को रद्द कर फिर से नीट परीक्षा करवाएं केंद्र सरकार : अरुण यादव

पटना। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता अरुण कुमार यादव ने कहा कि नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) परीक्षा में 23 लाख से अधिक शामिल छात्र-छात्राओं के भविष्य का चिंता छोड़कर केंद्र सरकार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को बचाने में जुटी हुई है जोकि देश के 23 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ क्रूर मजाक है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि नीट परीक्षा में प्रश्न-पत्र लीक से लेकर परीक्षा परिणाम तक में बड़े पैमाने पर धांधली को लेकर पूरे देश में नीट अभ्यर्थी और उनके अभिभावक आक्रोशित हैं। बिहार प्रदेश से लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में छात्र नीट परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी मौन धारण किए हुए है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि इस बार मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में 67 परीक्षार्थियों ने टॉप रैंक हासिल की है और इनमें से छह अभ्यर्थी एक ही परीक्षा केंद्र से हैं। 67 टॉप रैंक हासिल करने वाले अभ्यर्थी को 720 अंक में से 720 अंक मिलना कई सवाल पैदा करता है। प्रश्न-पत्र लीक से लेकर परीक्षा परिणाम तक में धांधली से जुड़े सवालों के अंबार से साफ स्पष्ट हो चुका है कि नीट परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। और नीट के 23 लाख से अधिक अभ्यर्थी के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। जिसमे बिहार से 1 लाख 39 हजार से अधिक अभ्यर्थी हैं। राजद प्रवक्ता ने केंद्र सरकार से नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) परीक्षा को रद्द कर फिर से परीक्षा कराने की मांग करते हुए पूरे मामलों की सीबीआई जांच या सुप्रीम कोर्ट के निगरानी में निष्पक्ष जांच की मांग की है।
